संगीतज्ञ केडिया परिवार की चौथी पीढ़ी मेदांश ने तबले पर दिखाई प्रतिभा
डीजे न्यूज, गिरिडीह : महाशिवरात्रि पर पचंबा में शास्त्रीय संगीत का आयोजन किया गया।अंतराष्ट्रीय संगीतज्ञ पंडित शम्भूदयाल केडिया, पंडित मोरमुकुट केडिया और पंडित मनोज केडिया ने गायन और वादन से भगवान शिव को वंदन किया। केडिया बन्धु ने सरोद व सितार पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। तबले पर ख्याति प्राप्त तबलावादक रविशंकर ने संगत की।समारोह में शिव वंदना से लेकर कई रागों पर संगीत का दौर चलता रहा। पंडित शम्भूदयाल केडिया ने हारमोनियम पर ऐसा स्वर छेड़ा जिससे स्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।साथ भी भगवान शिव की भजन से लोगो को भाव बिहोर कर दिया।इस समारोह का सबसे आकर्षक का केंद्र मेदांश केडिया बना रहा।शम्भूदयाल केदीय के प्रपौत्र और मनोज केडिया के पांच साल का पौत्र मेदांश ने तबलवादन से अपनी संगीत सफर की शुरुआत की। मेदांश महान संगीतज्ञ परिवार की चौथा पीढ़ी का सदस्य हैं। नन्हा मेदांश ने तबले पर अपने दादा के परछाई के रूप में नज़र आया।इस समारोह में युवा शास्त्रीय गायक आयुष सिन्हा ने शास्त्रीय भजन पेश कर समारोह को उत्साहवर्धक बनाया। बांसुरी पर रामकुमार सिन्हा ने पेशकश दी।भजन गायक सुनील केडिया ने एक से बढ़कर एक भजन पेश किया।इनके तबले पर संगत रामकृष्ण केडिया ने किया।रामकृष्ण केडिया ने शिव डमरू को तबले पर शानदार तरीके से पेश किया।इसके अलावा राजीव रंजन,आलोक प्रभाकर ने गायन और वादन पेश किया।यह समारोह देर रात तक चला जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और स्रोता मौजूद थे।