मरांग बुरू बचाओ यात्रा पहुंची साहिबगंज, आदिवासियों को गोलबंद करने की कवायद
डीजे न्यूज, साहिबगंज : मरांग बुरू बचाओ भारत यात्रा का 16 वां दिन साहिबगंज जिला के बरहरवा प्रखंड के तहत मोहनपुर (दुर्गापुर) गांव में एक सफल जनसभा का आयोजन हुआ। इसमें पतना, बरहरवा और उधवा प्रखंड के ग्रामीणों ने स्वागत नाच गान के माध्यम से यात्रा का नेतृत्व करने वाले आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू और सुमित्रा मुर्मू का स्वागत किया। सभा की अध्यक्षता साहिबगंज जिला के सेंगेल अध्यक्ष दुखु मुर्मू ने किया और स्वागत भाषण संतलाल मुर्मू ने किया। उसके बाद महेश मुर्मू जिन्हें साहिबगंज जिला का जिला सेंगेल परगना नियुक्त किया है ने अपने विचारों को रखा। उसी के साथ पाकुड़ जिला से आए सेंगेल के जिला अध्यक्ष सनातन हेंब्रोम और पाकुड़ जिला के सेंगेल छात्र मोर्चा के अध्यक्ष रवि लाल किस्कू ने भी अपने विचार रखा। साथ ही साहिबगंज जिला सेंगेल महिला मोर्चा की अध्यक्ष मेरी टुडू के बाद केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू ने अपने विचार विस्तार से रखते हुए कहा कि पूरे भारत देश में इस समय केवल एक ही राष्ट्रीय आदिवासी नेता सालखन मुर्मू झारखंड, बंगाल, बिहार, उड़ीसा और असम जाकर आदिवासियों को जगाने, जोड़ने एकजुट कर बचाने का मंत्र दे रहे हैं। उन्हीं के नेतृत्व में मरांग बुरू बचाओ आंदोलन, सरना धर्म कोड मान्यता का आंदोलन चल रहा है। सबको उसमें साथ देना है।
सालखन मुर्मू ने कहा कि मारांग बुरु पर आदिवासियों का अधिकार के लिए, सरना धर्म कोड की मान्यता के लिए आहूत 11 फरवरी से अनिश्चितकालीन रेल रोड चक्का जाम में सबको सहयोग करना है। सभी प्रखंडों में सेंगेल वीडिओ के साथ सेंगेल सेना, सेंगेल मझी बनाना है। सेंगेल फंड में योगदान करना है। सेंगेल के नेता नीति रणनीति को समझते हुए तन मन धन से योगदान करना है। इससे आदिवासी गांव गांव में एकजुट होंगे और न्याय और अधिकार को प्राप्त कर सकेंगे।