संत रविदास और गडगेजी महाराज की मनी जयंती
संत रविदास और गडगेजी महाराज की मनी जयंती
डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी, धनबाद : अम्बेडकर क्लब लटानी के बैनर तले संत शिरोमणि गुरु रविदास और संत गाडगे जी महाराज की जयंती धूमधाम और भव्य समारोह के रूप में मनाया गया।
क्लब के सभी सदस्यों ने दोनों संतों के तस्वीरों पर पुष्प अर्पित की। क्लब के अध्यक्ष नीलकमल दास ने कहा कि संत रविदास कबीर और गुरु नानक के समकालीन थे। ये निर्गुण भक्ति शाखा के कवि और महान समाज सुधारक थे।निर्गुण का अर्थ होता है-जिसका कोई गुण न हो। अर्थात ऐसे ईश्वर में विश्वास करना जिसका न कोई रंग है न रूप,न नाम है न जाति, न कोई रूप है और न ही कोई वर्ण न वह पुरुष है,न स्त्री और न वह किसी मंदिर में रहता है और न ही मस्जिद में।
निर्गुण ईश्वर की कल्पना और दृष्टि में सन्त रविदास जी ने धार्मिक पाखण्डों,अन्धविश्वासों, रूढ़िवादिताओं, छुआछूत और आडम्बरों का प्रबल विरोध करते हुए समाज के मुख्यधारा से कटे वंचित लोगों को उन्नति और आत्मकल्याण का मार्ग दिखाया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में सेवानिवृत्त बीसीसीएल कर्मी श्रीकांत दास मौजूद थे। इस अवसर पर भंडारे का भी आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।