गिरफ्तार इनामी नक्सली संतोष महतो को गिरिडीह लाने की तैयारी, मधुबन पुलिस पहुंची अदालत
डीजे न्यूज, गिरिडीह : होटवार जेल रांची में बंद हार्डकोर 15 लाख का इनामी नक्सली संतोष महतो को गिरिडीह लाने की तैयारी की जा रही है। मधुबन पुलिस ने साल 2018 के एक मामले में रिमांड कराने के लिए यूएपीए के विशेष न्यायालय में आवेदन दिया है।हार्डकोर संतोष महतो को बोकारो पुलिस गिरफ्तार की थी।फिलहाल वह होटवार जेल रांची में बंद है।गिरफ्तारी के बाद संतोष महतो को एनआईए ने डुमरी के अकबकीटांड के मामले में रिमांड करवा कर केस चलवा रही है। साल 2018 में गिरिडीह पुलिस ने डुमरी के अकबकीटांड़ से नक्सल विरोधी अभियान चला कर 15 हार्डकोर नक्सलियों को गिरफ्तार की थी। जिनमें 25 लाख का इनामी सुनील मांझी,15 लाख का इनामी चार्लीज़ समेत कई महिला नक्सली भी शामिल थी। इस मामले में संतोष महतो को भी आरोपित बनाया गया था। इस मामले में हार्डकोर सुनील मांझी को पुलिस रिमांड में लेकर कई राज उगलवाई थी। साथ ही उसकी निशानदेही पर मधुबन थाना क्षेत्र में सड़क व पुलिया पर लगाए गए सीरियल आइडी बम जब्त की थी। इसे लेकर मधुबन थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इस मामले में सुनील मांझी के साथ संतोष महतो को भी नामजद आरोपीत बनाया गया था। मधुबन पुलिस संतोष महतो की गिरफ्तारी के बाद सक्रिय हुई। उस पर केस चलाने के लिए आवेदन दिया है। सोमवार को यूएपीए न्यायालय में उसे पेश किया जाएगा।संतोष की पत्नी सुनीता को मधुबन पुलिस तीन साल पूर्व गिरफ्तार की थी। सुनीता ने भी पति का राज पुलिस के सामने खोली थी।
गोमिया के कांशी
टांड मुठभेड़ समेत दर्जनों मामले में शामिल है संतोष
बोकारो जिला के गोमिया में हार्डकोर नक्सल का पर्याय कहे जाने वाले संतोष महतो पर गिरिडीह में भी दर्जनों मामले दर्ज हैं।गोमिया के कांशीटांड में हुए मुठभेड़ में संतोष महतो भी शामिल था।इस कांड में नक्सलियों ने सीरियल आइडी बम ब्लास्ट की थी। जिसका मकसद झुमरा क्षेत्र में पुलिस का ध्यान भटकाकर नक्सलियों को प्रवेश कराना था।साल 2017 में हुए इस नक्सल पुलिस मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगी थी। इसमें पुलिस ने बड़ी ही सतर्कता से नक्सली मंसूबों को ध्वस्त कर दिया था। इस मुठभेड़ का नेतृत्व संतोष कर रहा था।