नाबालिग छात्रा को अगवा कर दुष्कर्म करने वाले शहजाद को उम्रकैद
नाबालिग छात्रा को अगवा कर दुष्कर्म करने वाले शहजाद को उम्रकैद
पोक्सो के विशेष न्यायाधीश यशवंत प्रकाश की अदालत ने सुनाई सजा, 50 हज़ार रुपए जुर्माना
डीजे न्यूज, गिरिडीह : नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म में दोषी पाए गए सोनू को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। पोक्सो के विशेष न्यायाधीश यशवंत प्रकाश की अदालत ने शुक्रवार को खुली अदालत में यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया।साथ ही पोक्सो के विभिन्न धाराओं में दस साल से लेकर अन्य सजा सुनाई गई है। वहीं कुल 50 हजार रूपये अर्थ दंड भी लगाया गया है। जुर्माना राशि जमा नहीं करने पर अतिरिक्त सजा कारावास में काटनी होगी। सभी सजाएं साथ-साथ चलेगी। इसके पूर्व न्यायालय में सजा की बिंदु पर सुनवाई शुरू हुई। बचाव पक्ष के अधिवक्ता एसके सिंह ने न्यूनतम सजा देने की अपील की। वहीं पीपी सुधीर कुमार ने कहा, साल 2012 में पोक्सो कानून बनने के बाद भी अपराधी इसे धत्ता बता रहे हैं।एक नाबालिग जो ठीक से अपना भला बुरा समझ नही सकती, उसका अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। उसके आत्मा की हत्या की गई।उस नाबालिग के साथ जो गुजरा वह वापस नहीं आ सकता है, पर अपराधी की कड़ी सजा ही समाज में शांति का संदेश देगा।
क्या है मामला
घटना बेंगाबाद थाना क्षेत्र की है। इस संबंध में बेंगाबाद थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी नाबलिग लड़की के के चाचा की शिकायत पर दर्ज की गयी थी। प्राथमिकी में कहा गया था कि 17 वर्षीया नाबालिग मैट्रिक परीक्षा को लेकर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने छह नंवबर 2021 को उच्च विद्यालय छोटकी खरगडीहा गयी थी। उसके बाद वह वापस घर नहीं लौटी। स्कूल जाकर जब उन्होंने खोजबीन की तो कुछ पता नहीं चला।
11 नवंबर 2021 को नाबालिग का फोन अपनी मां के मोबाइल पर आया। उसने कहा कि उसे सोनू ने शादी का प्रलोभन देकर छोटकी खरगडीहा चौक से सूरत ले आया है। यहां उसे भय लग रहा है।
कैसे मिली थी नाबालिग
नाबालिग के गायब होने के बाद मुंबई में रह रहे उसके पिता उसके सूरत में होने की जानकारी के बाद सूरत पहुंच गये। वहां अपने एक दोस्त के साथ मिलकर अपनी बेटी की खोजबीन करने लगे। इसी दौरान उसके पिता ने नाबालिग को लिम्बायत एरिया सूरत में एक कमरे से सोनू के साथ पाया। इस दौरान सोनू वहां से भाग निकला। इसके बाद नाबालिग का पिता अपने बेटी को लेकर बेंगाबाद आया और पुलिस को सुपूर्द कर दिया। पूछताछ में नाबालिग ने पिता को बताया था कि स्कूल जाने के क्रम में खरगडीहा और बेलाटांड के बीच में ही एक टेम्पू में उसे जबरदस्ती सोनू ने बैठा लिया था और वहां से उसे धनबाद स्टेशन ले गया था। धनबाद से ट्रेन पकड़कर उसे सूरत ले गया था। दिनभर सोनू कमरे में नही रहता था। रात में आकर सोनू उसके साथ बलात्कार करता था।