कोलकर्मियों के भविष्य बचाने को एक मंच पर आएं श्रम संगठन

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कोलकर्मियों के भविष्य बचाने को एक मंच पर आएं श्रम संगठन 

डीजे न्यूज, सिजुआ, धनबाद : कतरास क्लब में राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन बीसीसीएल जोन की मंगलवार को हुई बैठक में संगठन की मजबूती पर जोर दिया गया। केंद्र सरकार की‌ मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने पर बल दिया गया। भारत सरकार द्वारा बीसीसीएल के अधीन एमडीओ के तहत कोयला खान के निजीकरण के निर्णय से उत्पन्न समस्या पर चर्चा हुई। कोलकर्मियों की ज्वलंत समस्याओं पर चर्चा करते हुए इसके निराकरण की रणनीति बनाई ग ई। यूनियन को सशक्त व मजबूती प्रदान करने के लिए सदस्यता अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। कार्यकारी अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने कोलियरियों का राष्ट्रीयकरण कर मजदूरों को जीविका की दुरूस्त व्यवस्था करने के साथ-साथ मजदूरों को सम्मान देने का काम किया है। पूर्व मंत्री सह कार्यकारी अध्यक्ष मन्नान मल्लिक ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने मजदूरों से जुड़े यूनियनों को दबाने का काम कर रही है। महामंत्री एके झा ने कहा कि केंद्र सरकार मजदूरों के आशा और विश्वास पर खरा नहीं उतर पाई है। रोजगार के दरवाजे बंद हो ग ए हैं। मेडिकल अनफिट स्कीम को बंद कर दिया गया। मजदूरों की संख्या घट ग ई है। केंद्र सरकार बीसीसीएल के अस्तित्व को खत्म करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी, मजदूर तथा मजदूरों के भविष्य को बचाने के लिए सभी श्रमिक संगठनों को एक मंच पर आने की जरुरत है।‌

उपाध्यक्ष वीरेंद्र अंबष्ठ, संयुक्त महामंत्री वैभव सिन्हा, मिथलेश सिंह, रामप्रीत यादव, शकील अहमद, सतीश रजक, भोला राम, टाटा सिजुआ कोलियरी के अध्यक्ष संजय सिंह, अनवर हुसैन, रामचंद्र पासवान, संगठन मंत्री विमलेश चौबे, पीएन तिवारी, पुष्पा रजक, माधव सिंह, राजाराम यादव, गोवर्धन महतो, लगनदेव यादव, रणधीर ठाकुर, सुरेंद्र यादव, चंद्रदीप यादव, रामबचन पासवान आदि शामिल थे।

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