जानिए स्वच्छता पखवाड़ा में स्कूलों में क्या करने का डीसी ने दिए हैं निर्देश
डीजे न्यूज, गिरिडीह : राज्य परियोजना निदेशक ने निर्देश दिया है कि विद्यालय में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाए।l इस अभियान में विद्यालय के सभी बच्चों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है। साथ ही ग्राम पंचायत के सदस्य, विद्यालय प्रबंध समिति, शिक्षकगण, बाल सांसद, अभिभावक, माता समिति के सदस्यों आदि को भी कार्यक्रम से जोड़ना है। इस संबंध में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने निर्देश दिया है कि स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन 15. सितंबर तक करना है। इस कार्यक्रम में सभी विद्यालय भाग लेंगे l इस वर्ष अन्य गतिविधियों के अलावा कोविड-19 से बचाव एवं विद्यालय स्तर पर तैयारी जिसमें समय-समय पर हाथ धोना, फेस मास्क का उपयोग एवं उचित शारीरिक दूरी का पालन करना, जल शक्ति अभियान एवं किशोरी छात्राओं के लिए माहवारी स्वच्छता पर विशेष बल दिया गया है। साथ ही ऐसी गतिविधियों की जानी है, जिससे छात्र- छात्राओं के व्यवहार में स्वच्छता के प्रति परिवर्तन आए।
इस कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक है कि सभी विद्यालय निम्नलिखित तीन कार्यों को सुनिश्चित करें :
– बाल संसद का पुनर्गठन (आवश्यकतानुसार ) एवं उनका उन्मुखीकरण। प्रत्येक माह की 19 तारीख को स्वच्छता दिवस के अवसर पर बाल सांसद की बैठक सुनिश्चित करें। विद्यालय के नोडल शिक्षक इसे कोऑर्डिनेट करेंगे l प्रत्येक तीन माह में बाल सांसद की आम सभा की बैठक करेंगे।
– प्रत्येक माह की 25 तारीख को विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक सुनिश्चित करें। इसकी सूचना विद्यालय के सूचना पट्ट पर अंकित किया जाय। बाल संसद के प्रधानमंत्री को भी बैठक में शामिल किया जाय। समिति के सभी सदस्यों को विद्यालय प्रबंधन में हाथ बंटाना होगा।
– विद्यालय की मासिक उपलब्धि पर विद्यालय के शिक्षक प्रत्येक माह की 30 तारीख को विद्यालय में बैठक करेंगे। इस बैठक में सभी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य होगी। विद्यालय अवधि के पश्चात एक माह में की गई गतिविधियों के परिणामों पर चर्चा करेंगे तथा अगले माह की रणनीति तैयार कर उसका अनुपालन करेंगे। इसमें सिर्फ शैक्षणिक वातावरण के सुधार हेतु चर्चा की जाय।
स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान सभी विद्यालय निम्नलिखित गतिविधियां करना सुनिश्चित करेंगे :
– प्रत्येक शिक्षक अपने विद्यालय में स्वच्छता सुविधाओं की समीक्षा करेंगे। यदि आवश्यक हो, तो सुविधाओं की मरम्मत और रखरखाव के लिए संबंधित मुखिया को प्रस्ताव/ योजना बनाकर उपलब्ध कराएंगे ताकि 15वें वित्त आयोग की राशि से सुधारात्मक कार्य किया जा सके।
-विशेष गुरुगोष्ठी का आयोजन कर स्वच्छता पखवाड़ा अभियान के संबंध में सभी संबंधितों को विस्तृत जानकारी दी जाए।
-विद्यालय, शिक्षकों, बाल संसद, विद्यालय प्रबंध समिति आदि के बीच स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देने, अच्छी प्रथाओं को जारी रखने, प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने के लिए पखवाड़ा के पहले सप्ताह में विद्यालय प्रबंध समिति / माता-पिता और शिक्षकों के बीच बैठक आयोजित किया जाए। सभी विद्यालय प्रबंध समिति अपनी बैठकों के एजेंडे में स्वच्छता संबंधी गतिविधियों को आवश्यक रूप से शामिल करेंगे।
पखवाड़ा के दौरान प्रत्येक विद्यालय प्रतिदिन पाठचर्य में शामिल स्वच्छता एवं स्वास्थ्य शिक्षा संबंधी विषयों पर शिक्षकों द्वारा व्याख्यान किया जाय।
स्वच्छता पर अधिक बल देने के लिए मेधावी एवं अन्य क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाले बच्चों को स्वच्छता राजदूत मनोनीत किया जाय।
जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला में कार्यरत स्वयंसेवी संस्थाओं/गैर सरकारी संगठनों/राष्ट्रीय – अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उन्हें भी इस कार्यक्रम में भाग लेने एवं सहयोग लेने हेतु प्रेरित करेंगे।
यहां हम आपको बता दें कि स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन गिरिडीह जिले के सभी विद्यालयों में किया जा रहा है।