कला संगम की तीन दिवसीय 23वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय व लोक नृत्य प्रतियोगिता शुरू

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कला संगम की तीन दिवसीय 23वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय व लोक नृत्य प्रतियोगिता शुरू

विधायक सुदिव्य सोनू, पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा व सलूजा गोल्ड के चेयरमैन अमरजीत सिंह सलूजा को किया रंग सम्मान से सम्मानित

डीजे न्यूज, गिरिडीह : कला संगम गिरिडीह के तत्वावधान में सवेरा सिनेमा हॉल में आयोजित तीन दिवसीय स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति 23वीं अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य प्रतियोगिता शुक्रवार को दीप प्रज्ज्वलन से शुरू हो गयी। दीप प्रज्ज्वलित मुख्य अतिथि गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, विशिष्ट अतिथि गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा व सलूजा गोल्ड के चेयरमैन अमरजीत सिंह सलूजा, संरक्षक राजेंद्र बगड़िया आदि ने किया। साथ में संरक्षक सतविंदर सिंह सलूजा, अजय सिन्हा मंटू, प्रो. विवेकानंद, अध्यक्ष प्रकाश सहाय, उपाध्यक्ष पंकज ताह, अंजनी सिन्हा, राजीव सिन्हा, सचिव सतीश कुंदन, सह संयोजक राजेश सिन्हा, सुनील भूषण, कोडरमा सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज, कोषाध्यक्ष विनय बक्सी, मुख्य सलाहकार कृष्णा सिन्हा व संगीत प्रमुख ओरित चंद्रा शामिल थे। स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी।

इस अवसर पर गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा व सलूजा गोल्ड के चेयरमैन अमरजीत सिंह सलूजा को रंग सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें शॉल ओढ़ाकर व शिल्ड देकर सम्मानित किया गया।

इसके पहले अध्यक्ष प्रकाश सहाय के अध्यक्षीय भाषण के बाद मुख्य अतिथि सुदिव्य कुमार ने कहा कि कला संगम के साथ गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा और सलूजा गोल्ड के चेयरमैन की कला भवन बनाने की मांग को पूरा करने का प्रयास पहले सरकार से करूँगा। बाधा आयी तो सलूजा जी के जमीन उपलब्ध कराने के सुझाव पर अमल करूँगा।

इसके पहले श्री सलूजा ने कहा की विधायक जी यदि कहीं जमीन उपलब्ध करा दें तो सभी के सहयोग से कला भवन बनाने का प्रयास करूंगा।

 

गांडेय के पूर्व विधायक प्रो. जयप्रकाश वर्मा ने कहा कि कला संगम का यह सपना जरूर पूरा होगा।

संरक्षक राजेंद्र बगड़िया ने कहा कि कला देखकरलोग मंत्रमुग्ध होते हैं जो ईश्वर का आशीर्वाद होता है।

कला संगम की छात्राओं संस्कृति, आरुषि, अंशिका, अनुष्का, कीर्ति राज, रिया ने नेपाली नृत्य प्रस्तुत कर मन मोह लिया। नाटक भेड़िये, प्याज के छिलके, कैनवास की मौत, प्याज के फूल के अपने प्रदर्शन से दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया। साथ में शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य व एकल नृत्य भी प्रस्तुत किए गए।

 

मौके पर प्रतियोगिता के निर्णायक रंग निर्देशक अशोक मानव, मो. निज़ाम व सरसी चंद्र, कला संगम के सह सचिव मदन मंजर्वे, साहित्य प्रमुख प्रो. अनुज कुमार, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, बिनोद शर्मा, कार्यालय प्रभारी मनोज मुन्ना, नाट्य प्रमुख नीतीश आनंद, नृत्य निर्देशक दिव्या सहाय, रविश आनंद, शुभम, विकास रंजन, आकाश, सिद्धांत, सुमित, इंद्रजीत आदि उपस्थित थे।

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