न्यायधीशों ने पुलिस अधिकारियों को सिखाए अनुसंधान के गुर
न्यायधीशों ने पुलिस अधिकारियों को सिखाए अनुसंधान के गुर
गिरिडीह में अनुसंधानकर्ताओं के लिए प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर का आयोजन
डीजे न्यूज, गिरिडीह : जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गिरिडीह की ओर से व्यवहार न्यायालय के कांफ्रेंस हॉल में गुरुवार को पुलिस विभाग के अनुसंधानकर्ताओं के साथ एक दिवसीय प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम झालसा, रांची के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह अरविंद कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम मनोज चंद्र झा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश अष्टम यशवंत प्रकाश, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार सोनम बिश्नोई और पुलिस उपाधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
अपने संबोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि इस प्रशिक्षण सह जागरूकता शिविर का उद्देश्य पोक्सो एक्ट, महिलाओं पर अत्याचार, नारकोटिक्स ड्रग्स एवं साइकोट्रोपिक एक्ट से संबंधित दिशा-निर्देशों को पुलिस अनुसंधानकर्ताओं तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देशों का अनुपालन विभिन्न स्तरों पर सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि पीड़ितों को त्वरित न्याय मिल सके।
इस प्रकार के मामलों में पुलिस पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विद्वान न्यायिक पदाधिकारियों एवं रिसोर्स पर्सन के रूप में जिला एवं सत्र न्यायाधीश नवम राजेश कुमार बग्गा ने तकनीकी सत्र में प्रशिक्षण दिया ताकि पुलिस अधिकारी अपने अनुसंधान कार्य में इस ज्ञान का उपयोग कर सकें और त्वरित न्याय दिला सकें।
संचालन सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार सोनम बिश्नोई द्वारा किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से 11 नव चयनित पैरा लीगल वालंटियर्स के लिए चार दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभी नवचयनित पैरा लीगल वालंटियर्स उपस्थित रहे।