संयुक्त सचिव सह केंद्रीय प्रभारी पदाधिकारी ने जिले में चल रहे विकासशील कार्यों का लिया जायजा

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डीजेन्यूज डेस्क : संयुक्त सचिव-सह-केंद्रीय प्रभारी पदाधिकारी, आकांक्षी जिला कार्यक्रम गृह विभाग, भारत सरकार, सुनील कुमार वर्णवाल आकांक्षी जिला की श्रेणी में शामिल गिरिडीह जिला के विकासशील कार्यों का जायजा लिया। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के साथ डुमरी प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में संचालित जिला प्रशासन एवं विशेष केंद्रीय सहायता मद अंतर्गत साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश उत्पादन केंद्र, सिलाई प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र, मॉडल उच्च विद्यालय, कुम्हारलालो, कुम्हारलालो पंचायत के 25 एकड़ भूमि हो रही एकीकृत खेती, सिंचाई की व्यवस्था, कोविड केयर अस्पताल, ए.एन.एम बदडीहा का अवलोकन किया। श्री वर्णवाल ने गिरिडीह जिले के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में क्रियान्वित विकास योजनाओं का निरीक्षण कर जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे सक्रिय प्रयासों की सराहना की।

 

निरीक्षण के क्रम में श्री वर्णवाल ने डुमरी प्रखंड अंतर्गत जिला प्रशासन एवं विशेष केंद्रीय सहायता मद के सहयोग से निर्मित JSLPS के तहत संचालित सिलाई प्रशिक्षण-सह-उत्पादन केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उपायुक्त, राहुल कुमार सिन्हा ने महिलाओं के उत्थान के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे सक्रिय प्रयासों से उन्हें अवगत कराया। वहीं उपायुक्त ने उन्हें बताया कि सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र में जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न मशीनों को इंस्टाल कराया गया है। साथ ही साथ सखी मंडल की दीदियों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। जिले के अति उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में इसका संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा जिले के सभी प्रखंडों के अति उग्रवाद एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सखी मंडल की दीदियों को रोजगार से जोड़ लाभान्वित किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान श्री वर्णवाल ने सखी मंडल की दीदियों द्वारा बनाई जा रही सूती वस्त्र के कपड़े आदि का जायजा लिया गया। इस दौरान उन्होंने ट्रेनर से वहां उपलब्ध मशीनों की जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें सभी महिलाओं को सभी प्रकार की प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने में सुदृढ़ कदम है। सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाया जा सके। वहीं उपायुक्त ने उन्हें ग्रामीण आजीविका के लिए विभिन्न योजनाएं एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं का संचालन के संबंध में जानकारी दी। उपायुक्त ने उन्हें बताया कि विशेष केंद्रीय सहायता मद अंतर्गत जिले के 5 नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सिलाई प्रशिक्षण-सह-उत्पादन केंद्र का संचालन किया जा रहा है। ताकि महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें लाभान्वित करना है।

साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश उत्पादन से महिलाओं को जोड़ कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है : श्री वर्णवाल

श्री वर्णवाल ने विशेष केंद्रीय सहायता मद अंतर्गत डुमरी प्रखंड के ग्राम पंचायत योगीडीह, पोरैया आजीविका महिला संकुल संगठन में साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश उत्पादन केंद्र का निरीक्षण कर जायजा लिए। उन्होंने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना कर और महिलाओं को प्रशिक्षण देने की बात कहीं। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। ताकि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को विभिन्न रोजगार से जोड़ उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर किया जा सकें। साथ ही साथ उनकी आय स्रोत को बढ़ाया जाए। उक्त उत्पादन केंद्र में ग्रामीण महिलाएं अब स्वयं साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश बना रही है। उनके द्वारा बनाए गए साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश को जिलेभर के बाजारों में उचित दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे महिलाओं को रोजगार के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी मिल रहा है। इसके तहत महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ताकि महिलाएं हुनरमंद के साथ साथ आत्मनिर्भर भी बन रही है। साथ ही साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश की पैकेजिंग एवं मार्केटिंग सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है, जिससे कि महिलाओं को आय वृद्धि हेतु उचित बाज़ार उपलब्ध हो सकें।एसएचजी महिलाओं के आजीविका संवर्धन और स्वावलंबी बनाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा बेहतर दिशा में कार्य किया जा रहा है। उनमें हैंडवाश मशीन, स्क्रीनिंग मशीन, मिक्सचर मशीन, प्लाडर मशीन, कटिंग मशीन, स्टंप्स मशीन, ट्रिपल रड मशीन समेत अन्य मशीनी उपकरण शामिल हैं। यहां निर्मित साबुन, डिटर्जेंट पाउडर एवं हैंडवाश की उपलब्धता ग्राम पंचायत में सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही सभी किराना दुकानों में उपलब्ध कराई जा रही है।

श्री वर्णवाल ने मॉडल विद्यालय कुम्हरलालों का किया निरीक्षण

श्री वर्णवाल ने मॉडल विद्यालय कुम्हरलालों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कक्षाओं, कंप्यूटर कक्ष, लैब रूम, विद्यालय के उचित संचालन आदि का जायजा लिए। इस दौरान उन्होंने स्वयं बच्चों से पठन-पाठन की जानकारी ली, जहां उन्होंने बच्चों से बायोलॉजी, फिजिक्स, केमेस्ट्री आदि विषयों से संबंधित सवाल पूछें तथा बच्चों को साइंस भी पढ़ाया। उन्होंने बच्चों से कहा कि वह जिस भी विषय में रुचि रखते हैं उन्हें पढ़ें तथा हर विषय में अपनी पकड़ बनाते हुए सभी विषयों को मजबूत करें। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी बच्चे हर विषय के लिए एक रूटीन तय करें तथा बराबर समय दें। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ साथ शारीरिक गतिविधि भी शरीर एवं मस्तिष्क के लिए लाभप्रद है इसलिए खेलने का रूटीन भी तय करें और पढ़ाई के साथ-साथ खेल को भी नियमित समय दें। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं के बहुयामी विकास एवं शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सक्रिय प्रयास किए जा रहे हैं।

कुम्हरलालो पंचायत अंतर्गत हाइटेक इंटीग्रेटेड फार्मिंग यूनिट का भी हुआ निरीक्षण

वहीं निरीक्षण के क्रम में श्री वर्णवाल पीरटांड़ प्रखंड अंतर्गत कुम्हरलालो पंचायत पहुंचें। जहां उन्होंने विकास योजनाओं की जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कुम्हरलालो पंचायत अंतर्गत हाइटेक इंटीग्रेटेड फार्मिंग यूनिट के तहत पॉली हाउस, पैक हाउस, वर्मी कम्पोस्ट, सोलर पावर, नाडेप व अन्य विकास योजनाओं का अवलोकन किया। साथ ही 25 एकड़ जमीन में किए जा रहे टमाटर एवं मिर्ची की खेती का अवलोकन किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने वहां मौजूद लाभुक से उक्त विकास योजनाओं की जानकारी ली। वहीं निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने श्री वर्णवाल को विकास योजनाओं की जानकारी के क्रम में बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के लाभुकों को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें लाभान्वित करने के उद्देश्य से उक्त सभी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। साथ ही कुम्हरलालो पंचायत में जहां लिफ्ट इरीगेशन का कार्य किया गया है। साथ ही पॉली हाउस, डीजल एवं सोलर पंप का अधिष्ठापन कराया गया है। जिससे किसानों को खेती करने में सहूलियत हो रही है वे लाभान्वित हो रहे हैं। उपायुक्त ने कहा कि डीजल एवं सोलर पंप के जरिए किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे फसल का उत्पादन बढ़ रहा है साथ ही किसान की आमदनी भी बढ़ रही है। उपायुक्त ने बताया कि यहां 25 एकड़ जमीन में किसानों के द्वारा टमाटर एवं मिर्च की खेती की जा रही है। जिसमें 34 किसानों का समूह बनाया गया है। वहां मौजूद लाभुक ने बताया कि टमाटर एवं मिर्च के अलावा यहां करेला एवं झींगा की खेती भी किया जाता है। लाभुक ने बताया कि 4 महीने में टमाटर एवं मिर्च का उत्पादन तैयार हो जाएगा। इसके अतिरिक्त श्री वर्णवाल ने सभी को उनकी जिम्मेवारी से अवगत कराया तथा मिलकर कार्य संपादित करने का निर्देश दिया।

निरीक्षण के बाद आकांक्षी जिला के मानकों से संबंधित बैठक का हुआ आयोजन

निरीक्षण के पश्चात श्री वर्णवाल की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला के मानकों से संबंधित बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में चल रही योजनाओं से संबंधित पीपीटी प्रस्तुत की। उपायुक्त, श्री राहुल कुमार सिन्हा ने विभागवार योजनाओं के बारे में जानकारी दी। श्री वर्णवाल ने विकास कार्यों के विभिन्न मानव को जैसे स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास आधारभूत संरचनाओं का विकास, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति, हर घर में शौचालय, सभी विद्यालयों में शौचालय, पेयजल की व्यवस्था, हर घर नल से जल की प्रगति की समीक्षा कर विभिन्न मानकों के संबंध में जानकारी ली। आकांक्षी जिला अंतर्गत नीति आयोग के सूचक के लक्ष्य प्राप्ति से संबंधित कार्यों की विस्तृत रूप से चर्चा की गई। श्री वर्णवाल द्वारा सभी विभागों को निर्देशित किया गया कि आकांक्षी जिला के मानकों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इस दिशा में सभी विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता के साथ जिला अंतर्गत स्वास्थ्य, समाज कल्याण, कृषि व शिक्षा के क्षेत्र में विकासशील कार्य किये जाय। इसमें सभी पदाधिकारी अपने स्तर से गुणवत्तापूर्ण कार्य करना सुनिश्चित करें।

बैठक के दौरान श्री वर्णवाल ने विभिन्न विभागों द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बंध में पीपीटी के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारी ली एवं कार्यों के क्रियान्वयन से भी अवगत हुए। कुपोषण उपचार केन्द्र एवं ब्रेस्ट फीडिंग, एएनसी, आंगनवाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति को बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने सम्बन्धित पदाधिकारी को निर्देशित किया कि एम.टी.सी सेंटर में पूर्ण क्षमता में कुपोषित बच्चों का उपचार किया जाय। सभी एम.टी.सी सेंटरों में कुपोषित बच्चों का उचित उपचार व देखभाल सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा उन्होंने शिक्षा एवं कृषि संकेतकों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया ताकि अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकें। साथ ही कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के कार्य किये जाय।

बैठक में ये थे उपस्थित
बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला सूचना एवं जनसंपर्क, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, एलडीएम, एडीपीओ, जिला कौशल पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, पिरामिल फाउंडेशन के आकांक्षी अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी तथा निरीक्षण के क्रम में अनुमंडल पदाधिकारी, डुमरी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, बीडीओ/सीओ, डुमरी/पीरटांड़, जिला कृषि पदाधिकारी, उप निदेशक, आत्मा व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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