शहर में सरकार बनाने के लिए संगठन मजबूत करेगा झामुमो

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डीजे न्यूज, धनबाद : झामुमो भले ही सत्ता में है, लेकिन शहरी इलाके में आज भी वह भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी की भूमिका में नहीं है। शहर में आज भी पार्टी का संगठन बहुत कमजोर है। शहरी क्षेत्रों में आज भी उस पर उसकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस भारी है। कांग्रेस ही यहां भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी है। झामुमो आलाकमान भी इस सच्चाई से अवगत है। यही कारण है कि धनबाद समेत जिन शहरों में नगर निकाय का चुनाव होना है, झामुमो ने वहां सरकार बनाने के लिए अपना संगठन मजबूत करने का निर्णय लिया है। पार्टी के महासचिव विनोद पांडेय ने धनबाद जिला झामुमो संयोजक मंडली को शहर के सभी 55 वार्डों में 15 दिनों के अंदर चुनाव कराने का निर्देश दिया है। पांडेय ने यह निर्देश जारी किया है। वार्ड कमेटियों का चुनाव होने के बाद पार्टी महानगर की कमेटी का गठन करेगी। पांडेय के इस निर्देश के बाद धनबाद महानगर झामुमो में गहमागहमी बढ़ गया है। दावेदारों ने जोड़तोड़ शुरू कर दिया है। इधर प्रखंड कमेटियों के चुनाव में लगे संयोजक मंडल ने महानगर कमेटी के चुनाव की भी तैयारी शुरू कर दी है। झामुमो व्यावसायिक प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष व संयोजक मंडल के सदस्य अमितेश सहाय ने बताया कि सभी 55 वार्डों में चुनाव कराने का पार्टी ने निर्देश दिया है। तय समय पर महानगर कमेटी का भी चुनाव करा लिया जाएगा।

हंगामा के कारण नहीं बन रही प्रखंड कमेटियां, आलाकमान के पाले में गेंद

हंगामा के कारण संयोजक मंडल प्रखंड कमेटियों का गठन नहीं कर पा रहा है। एक-एक पद के लिए आधा दर्जन दावेदार सामने आ रहे हैं। नतीजा है कि हंगामा को देखते हुए संयोजक मंडल किसी एक नाम की घोषणा नहीं कर पा रहा है। संयोजक मंडल ने बलियापुर, टुंडी, पूर्वी टुंडी, गोविंदपुर, बाघमारा, तोपचांची, कलियासोल प्रखंड कमेटी का चुनाव कराने की कोशिश की। हंगामा इतना बढ़ गया कि किसी भी प्रखंड कमेटी का गठन नहीं हो सका। धनबाद, चिरकुंडा समेत बाकी बचे कुछ प्रखंडों में 17 दिसंबर तक चुनाव कराना है। झामुमो सूत्रों के अनुसार सहमति नहीं बनने के कारण, प्रखंड कमेटियों का गठन अब आलाकमान के पाले में चला गया है। संयोजक मंडल के अनुशंसा के आधार पर आलाकमान प्रखंड कमेटियों की घोषणा करेगा। सभी प्रखंडों में अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, सचिव, दो उपाध्यक्ष एवं 21 कार्यकारिणी सदस्यों का चयन होना है।

विवाद के बाद जिला कमेटी भंग, संयोजक मंडल का गठन

जिलाध्यक्ष रमेश टुडू एवं सचिव पवन महतो के बीच धनबाद में पार्टी बंट गई थी। दोनों समानांतर कमेटी चला रहे थे।

केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों के बीच सुलह कराने का प्रयास किया था। बात जब नहीं बनी तो धनबाद जिले की सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया। पार्टी के संचालन के लिए संयोजक मंडल का गठन करते हुए प्रखंड व महानगर में चुनाव कराने का निर्देश दिया गया था। संयोजक मंडल में अमितेश सहाय, कंसारी मंडल, अशोक मंडल, धरनीधर मंडल, डा. नीलम मिश्रा, नकूल महतो, सुखलाल मरांडी एवं अलाउद्दीन अंसारी को शामिल किया गया है।

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