झारखंड सरकार की नई एक्सपोर्ट प्रोमोशन पॉलिसी शीघ्र : नमन प्रियेश लकड़ा
झारखंड सरकार की नई एक्सपोर्ट प्रोमोशन पॉलिसी शीघ्र : नमन प्रियेश लकड़ा
झारखंड के उद्यमी देश के अन्य राज्यों में स्थित सरकारी संस्थानों को भी अपने उत्पाद बेच सकेंगे
डीजे न्यूज, गिरिडीह : उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा है कि झारखंड सरकार की तरफ से नई एक्सपोर्ट प्रोमोशन पॉलिसी लाई जा रही है। सभी एमएसएमई उद्यमियों को झारखंड सरकार की तरफ से हर संभव सहायता दिया जाएगा। उपायुक्त लकड़ा शुक्रवार को नगर भवन में भारत सरकार, एमएसएमई मंत्रालय, शाखा एमएसएमई-विकास कार्यालय, धनबाद द्वारा खरीद एवं विपणन सहायता योजना के तहत आयोजित निर्यात संवर्द्धन एवं जेम पर राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठी को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे।
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए समय की मांग है। इससे सभी वर्ग के एमएसएमई उद्यमियों को व्यापार जगत में आ रहे बदलाव की अद्यतन जानकारी प्राप्त हो सकेगी तथा वे अपने उत्पादों को निर्यात के माध्यम से नए विदेशी बाजारों तक पहुंचा कर अपने उद्यमों का बेहतर विकास कर सकेंगे। जेम के संबंध में उन्होंने कहा कि इस माध्यम से हमारे झारखंड राज्य के उद्यमी देश के अन्य राज्यों में स्थित सरकारी संस्थानों को भी अपने उत्पाद बेच सकेंगे और अपना सर्वांगीण विकास कर सकेंगे। इस प्रकार के संगोष्ठी के आयोजन के लिए भारत सरकार के शाखा एमएसएमई विकास कार्यालय, धनबाद को बधाई दी।
इसके पूर्व इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा एवं मंचासीन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि एवं सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम के संयोजक सुजीत कुमार, सहायक निदेशक द्वारा किया गया।
पवन कुमार सिंह, आईईडीएस उप निदेशक, एमएसएमई, नई दिल्ली ने भारत सरकार द्वारा एमएसएमई उद्यमियों के लिए उपलब्ध योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि अब भारत सरकार द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है कि एक ही पोर्टल के माध्यम से उद्यमियों को सभी योजनाओं का लाभ देने के लिए पंजीकृत किया जा सके। उद्यमियों को सीजीटीएमएसई योजना के तहत उपलब्ध कोलैटरल फ्री ऋण की सीमा 1 करोड़ से 5 करोड़ तक बढ़ा दी गई है। इसके अलावा प्रयास किया जा रहा है कि अन्य योजनाओं के तहत उपलब्ध ऋण की राशि भी बढ़ाई जा सके।
निर्मल झुनझुनवाला, अध्यक्ष, एफजीसीसीआई एवं राजेश छापरिया, अध्यक्ष, माइका एक्सपोर्टर एसोसिएशन ने अपने वक्तव्य में कहा कि झारखंड में निर्यात की प्रचुर संभावना है। उन्होंने कहा कि इस सेमिनार से झारखंड के उद्यमियों को बहुत लाभ होगा। उन्होंने सेमिनार में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को इस संगोष्ठी में आए विशेषज्ञों के ज्ञान का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया तथा आशा किया कि इससे गिरिडीह जिले के उद्योगों का विकास होगा जो सामूहिक रूप से झारखंड एवं देश के समग्र विकास में सहयोग करेगा।
संजय कुमार संगम, वरिष्ठ डाक अधीक्षक, गिरीडीह सर्कल ने डाक घर निर्यात केंद्र की गतिविधियों एवं एवं निर्यात को बढ़ाने में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस स्तर के कार्यक्रमों के आयोजन को वर्तमान समय में निर्यात संवर्द्धन हेतु अत्यंत आवश्यक बताया। निकुंज जैन, उप आंचलिक प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया, बोकारो ने बैंक द्वारा एमएसएमीई उद्यमियों को दी जा रही ऋण सुविधाओं की जानकारी दिया। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों से बैंक आकर अपने अधिकारियों से मिलने का आग्रह किया जिससे बैंक उन्हें एक्सपोर्ट क्रेडिट स्कीम एवं अन्य योजनाओं के तहत उपलब्ध ऋण प्रदान करने में उनकी सहायता कर सकें।
इंद्रजीत यादव, आईईडीएस, संयुक्त निदेशक एवं कार्यालय प्रमुख, एमएसएमई-विकास कार्यालय, रांची ने कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूप-रेखा से अवगत कराया। साथ ही सभी प्रतिभागी उद्यमियों से इस संगोष्ठी में शामिल हो रहे डाक घर निर्यात केंद्र के अधिकारियों एवं फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन ‘फियो’ से निर्यात की प्रक्रिया एवं दस्तावेजीकरण संबंधित अनुभव का लाभ लेने की अपील की जिससे वे अपने उत्पादों का निर्यात विदेशों में कर सकें एवं अपने उद्यमों का विकास सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने विशेषकर जेम (GeM)के विशेषज्ञों को ज्यादा ध्यान देकर सुनने एवं सीखने की बात कही जिससे वे सरकारी खरीद के ज्यादा से ज्यादा हिस्से के आपूर्तिकर्ता बन सके।
दीपक कुमार, सहायक निदेशक (प्रभारी), शाखा एमएसएमई-विकास कार्यालय, धनबाद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
तकनीकी सत्र में डाक घर निर्यात केंद्र, गिरीडीह सर्कल के अधिकारियों एवं जेम (GeM)के झारखंड राज्य के फेसिलिटेटर सुबोधकां ने अपना अनुभव एवं कौशल सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों के साथ साझा किया एवं निर्यात संवर्द्धन तथा जेम पोर्टल पर पंजीकरण के बारे में विस्तृत चर्चा की। विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन ‘फियो’ पूर्वी क्षेत्र कार्यालय, कोलकाता की विशेषज्ञ जुईन चौधरी, सहायक निदेशक ने अपना अनुभव एवं कौशल सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमियों के साथ साझा किया। उन्होंने प्रतिभागी उद्यमियों को निर्यात संवर्द्धन, निर्यात की प्रक्रिया, निर्यात संबंधित दस्तावेजीकरण इत्यादि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। बैंक ऑफ इंडिया, गिरीडीह से आए प्रतिनिधि द्वारा एक्सपोर्ट फाइनांस के बारे में बताया गया। दीपक कुमार, सहायक निदेशक द्वारा पीएमएस स्कीम पर प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। इस संगोष्ठी में झारखंड राज्य के उद्योग संघों, चैम्बर्स एवं गिरीडीह जिले एवं आसपास के जिलों के लगभग 200 से ज्यादा प्रतिभागी उद्यमियों ने विशेषज्ञ अधिकारियों से सीधे वार्तालाप करके अपनी शंकाओं का समाधान किया तथा निर्यात संवर्द्धन एवं जेम (GeM) से संबंधित जानकारी प्राप्त किया।