परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के वायरल वीडियो से भड़के झारखंड के सरकारी शिक्षक
नंगे पाव कार्य कर शिक्षकों ने जताया विरोध, कहा-सम्मान के साथ नहीं करेंगे समझौता
परियोजना निदेशक आदित्य रंजन से शिक्षा विभाग को मुक्त करें मुख्यमंत्री साहब : राममूर्ति ठाकुर
डीजे न्यूज, धनबाद : झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक के एक वायरल वीडिये से भड़के पूरे राज्य के सरकारी शिक्षकों ने शुक्रवार को नंगे पांव और कहीं हवाई चप्पल पहनकर स्कूलों में कार्य किया। आक्रोशित शिक्षकों ने कहा कि सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं होगा। शिक्षकों ने परियोजना निदेशक से माफी मांगने की मांग की है। शिक्षकों ने नंगे पांव स्कूलों में पढ़ाई कर मुख्यमंत्री को टैग करते हुए एक्स पर ट्वीट भी किया है।
विदित हो कि गुरुवार को इंटरनेट मीडिया आदित्य रंजन का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में आदित्य रंजन शिक्षकों पर अमर्यादित टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। इससे शिक्षक भड़के हुए हैं। अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के महामंत्री राममूर्ति ठाकुर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले परियोजना निदेशक आदित्य रंजन से शिक्षा विभाग को मुक्त कर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के दूषित किए जा रहे वातावरण को स्वस्थ बनाए रखने की ओर पहल करने की अपील की है। साथ ही चेतावनी दी है कि ऐसा नहीं होने पर पांच अगस्त के आमरण अनशन में इस मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री के समक्ष आंदोलन करेंगे। इधर टुंडी संवाददाता अनुसार टुंडी प्रखंड के शिक्षकों ने भी
झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक के उस बयान की घोर भर्त्सना एवं कड़ी निंदा की है। कहा है कि इस वायरल वीडियो में जिस प्रकार की अपमानजनक एवं शिक्षक की गरिमा के विरुद्ध असंसदीय भाषा का प्रयोग किया गया है वह घोर निंदनीय है। यह दर्शाता है कि राज्य की नौकरशाही शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने पर किस कदर तुली हुई है। परियोजना निदेशक के इस अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में आंदोलनात्मक कार्यक्रम के तहत आज टुंडी के सभी शिक्षकों ने झारोटेफ प्रांतीय अध्यक्ष के आह्वान पर नंगे पांव कार्य किया और आगे भी विरोध में आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया। आज के आंदोलन में मध्य विद्यालय पलमा, उत्क्रमित हाई स्कूल कमारडीह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रतनपुर,मध्य विद्यालय केसका, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कोटालडीह, भोजूडीह, भगुडीह के साथ दर्जनों स्कूलों के शिक्षक शामिल थे।