ग्राफिक्स डिजाइनर रंजीत साव हत्याकांड का मुख्य आरोपी जावेद साक्ष्य के अभाव में बरी
ग्राफिक्स डिजाइनर रंजीत साव हत्याकांड का मुख्य आरोपी जावेद साक्ष्य के अभाव में बरी
पैसे की वसूली के कारण जावेद व मो. मोकिन पर खंडरनुमा हवेली में रंजीत साव की हत्या करने का लगा था आरोप
डीजे न्यूज, गिरिडीह : ग्राफिक्स डिजाइनर 24 वर्षीय युवक रंजीत कुमार साव की हत्या का मुख्य आरोपित मो. जावेद को ठोस साक्ष्य के आभाव में रिहा किया गया। जिला जज तृतीय सोमेन्द्रनाथ सिकदर की अदालत ने सोमवार को आरोपित जावेद को रिहा किया। न्यायालय ने पाया कि इस हत्याकांड में कोई भी ठोस साक्ष्य पुलिस जुटा नहीं पाई जिससे हत्या का आरोप साबित हो सके। इसके पूर्व इस मामले में एक अन्य आरोपित मो. मोकिन को भी पर्याप्त साक्ष्य के आभाव में रिहा किया गया था। न्यायालय के आदेश को सेंट्रल जेल भेजा गया। जहां आरोपी को रिहा किया गया। इस मामले में रंजीत के पिता ने उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया था। कहा था कि एक साजिश के तहत पहले उसे मुर्गा एवं बीयर पार्टी दी और फिर खंडहरनुमा हवेली में ले जाकर हत्या कर दी। पुलिस ने रंजीत की हत्या के आरोप में धोबीडीह निवासी मोकिम अंसारी को उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि मुख्य आरोपित जावेद फरार था। साथ ही मृतक की बाइक भी बरामद कर ली है। इस हत्याकांड में दो युवकों के ही संलिप्त होने की बात सामने आई थी।
पैसे के लेनदेन में हुई थी हत्या
पैसे के लेन-देन में रंजीत की हत्या उसके साथी जावेद पर लगाया गया था। कमेटी का करीब दो लाख रुपया जावेद के पास था। रंजीत उस पैसे के लिए उस पर दबाव बना रहा था। पैसा देना ना पड़े इसके लिए उसने रंजीत की हत्या की थी। इसमें जावेद का साथ उसका साथी मोकिम अंसारी ने दिया था। इधर मोकिम अंसारी का कहना था कि जावेद और उसने किसी दूसरे के मोबाइल से रंजीत को पहले तिरंगा चौक बुलाया। फिर कोलडीहा में रंजीत ने मुर्गा खरीदा। एक ढाबा में मुर्गा और रोटी बनवाने के बाद उसे पैक कर खंडहरनुमा हवेली ले गए। जहां बीयर और मुर्गा की पार्टी हुई। इसी क्रम में जावेद ने बड़ा पत्थर उठाकर रंजीत के सिर पर प्रहार कर दिया। पत्थर से सिर कुचलने के बाद जब उसकी मौत हो गई, तो शव को उठाकर नीचे फेंक दिया। इसके बाद रंजीत की बाइक ले जाकर बदगुंदा जंगल में छोड़ दिया। मुफस्सिल थाना अंतर्गत महेशलुंडी निवासी रंजीत कुमार साव का शव अंग्रेजों के जमाने में बने एक खंडहरनुमा हवेली में मिला था।