तोपचांची क्षेत्र में 28 करोड़ की जमुनिया जलापूर्ति योजना विफल, ग्रामीणों ने उठाए सवाल

0
IMG-20241220-WA0126

तोपचांची क्षेत्र में 28 करोड़ की जमुनिया जलापूर्ति योजना विफल, ग्रामीणों ने उठाए सवाल

डीजे न्यूज, तोपचांची, धनबाद : तोपचांची क्षेत्र में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा 28 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई जमुनिया जलापूर्ति योजना पूरी तरह से विफल हो गई है। इस योजना के तहत, चैता पंचायत के खेराबेड़ा से पाइपलाइन के जरिए तोपचांची तक पानी लाकर, तातँरी के धोवाटाड आम बगीचा में फिल्टर प्लांट के माध्यम से शुद्ध जल उपलब्ध कराने की योजना थी। लेकिन जमीनी स्तर पर यह योजना उम्मीदों के अनुरूप कार्य नहीं कर पा रही है, जिससे यहां के हजारों ग्रामीणों को पेयजल की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि योजना के शुरू होने के बाद से ही उन्हें इसके लाभ का कोई फायदा नहीं मिला है। तातँरी के गोपटोला निवासी दुर्गा प्रसाद यादव ने बताया कि योजना की शुरुआत से ही उनके गांव में एक बूंद पानी भी नहीं पहुंचा। वहीं, चलमुंडरी निवासी डब्लू चौधरी ने कहा कि उनके टोला में पाइपलाइन बिछाई गई थी, लेकिन पानी की आपूर्ति आज तक नहीं हुई। भूयाचितरो के मोहम्मद सलीम का कहना है कि उन्हें 15 दिनों में एक बार पानी मिलता है, जबकि तोपचांची के रंगरीटाड के प्रकाश ठाकुर ने इस योजना को पूरी तरह से असफल बताते हुए कहा कि उन्हें तालाब और चापाकल पर निर्भर रहना पड़ता है।

दुमदुमी पंचायत के अरुण पंडित ने भी कहा कि पिछले 5 से 6 महीने से जमुनिया जलापूर्ति योजना का पानी उनके गांव में बिल्कुल नहीं पहुंचा। यह योजना पूर्व विधायक स्वर्गीय राजकिशोर महतो और वर्तमान सांसद सह पूर्व मंत्री सीपी चौधरी के प्रयासों से धरातल पर आई थी, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

सामाजिक कार्यकर्ता और युवा नेता सदानंद महतो ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह योजना झारखंड सरकार की बड़ी महत्वाकांक्षी योजना थी, लेकिन अब यह केवल शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। उन्होंने नई सरकार से मांग की है कि इस योजना में जो भी त्रुटियां हैं, उन्हें सुधारते हुए चार पंचायतों के 20 से 25 हजार की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *