बालक और बालिकाओं के जन्मदर अनुपात को समान करना जरूरी : स्मृता कुमारी
बालक और बालिकाओं के जन्मदर अनुपात को समान करना जरूरी : स्मृता कुमारी
गिरिडीह में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान को लेकर विशेष कार्यक्रम आयोजित
डीजे न्यूज, गिरिडीह : समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी की अध्यक्षता में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप, बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतु कुमार, विधि-सह-प्रोबेशन पदाधिकारी अहमद अली, बचपन बचाओ के जिला समन्वयक अंजली, यूनिसेफ से मेरी टुड्डू, जिला बाल संरक्षण इकाई की काउंसलर नीलम कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता रविन्द्र कुमार और अर्चना कुमारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम में उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेशलुंडी के कक्षा 9वीं और 10वीं की छात्राओं ने भी भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन उप विकास आयुक्त, स्मृता कुमारी ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बालक और बालिकाओं के जन्मदर अनुपात को समान करना आवश्यक है और कन्या भ्रूण हत्या को रोका जाना चाहिए। इस अभियान के कुरीतियों को दूर करने की आवश्यकता है। उन्होंने बाल विवाह रोकने के लिए सभी को शपथ भी दिलाई।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी स्नेह कश्यप ने इस अभियान के मुख्य उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत से इस अभियान की शुरुआत की थी। आज यह पूरे भारत में चल रहा है। गिरिडीह में भी बालिकाओं की संख्या कम है और इसे अनुपात में लाना आवश्यक है।
मेरी टुड्डू ने कम उम्र में लड़कियों की शादी से होने वाले शारीरिक खतरों के बारे में विस्तृत चर्चा की। बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतु कुमार ने बच्चों के अधिकारों के बारे में जानकारी दी। बताया कि बच्चों को चार मुख्य अधिकार प्राप्त हैं : जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार, और सहभागिता का अधिकार।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बालक और बालिकाओं के बीच समानता लाना और समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करना था। कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों और छात्राओं ने इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए अपने सहयोग का संकल्प लिया।