विधानसभा की पुस्तकालय समिति पहुंची गिरिडीह, अधिकारियों को दिए निर्देश
डीजे न्यूज, गिरिडीह : झारखंड विधानसभा के पुस्तकालय विकास समिति की गिरिडीह अध्ययन यात्रा के क्रम में सभापति, पुस्तकालय विकास समिति सह विधायक, निरसा अपर्णा सेन गुप्ता की अध्यक्षता में परिसदन सभागार में जिला के वरीय पदाधिकारियों के साथ विभिन्न योजनाओं के संचालन से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में सभापति द्वारा गिरिडीह पुस्तकालय मॉडल सहित सरकार द्वारा जिले में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का विभागवार बारी-बारी से जानकारी ली गई। इस दौरान सभापति ने लाइब्रेरी में पढ़ने वाले बच्चों आदि के बारे में जानकारी ली। बैठ में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सभापति समेत सभी अतिथियों का स्वागत किया। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिले में संचालित सभी कस्तूरबा बालिका उच्च विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन किया जा रहा है। साथ ही साथ छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर भी उपलब्ध कराया गया है। उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिले के बड़ा चौक में क्रियाशील जय हिंद जिला केंद्रीय पुस्तकालय भवन भारतीय संविधान की मूल प्रति उपलब्ध है, जो की हमारे लिए गर्व का विषय है।
सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल में भी एक पुस्तकालय की आवश्यकता है ताकि अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों/इलाजरत मरीजों को चिकित्सा से संबंधित उपयोगी जानकारियां मिल सकें।
जेल सुपरिटेंडेंट ने कहा कि_जेल में पुस्तकालय है। कैदियों को पुस्तकालय के माध्यम से विभिन्न प्रकार की पुस्तके उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उसका रजिस्टर्ड मेंटेन किया जाता है। कैदियों के द्वारा पुस्तक पढ़ी जाने के उपरांत पुनः पुस्तक को लाइब्रेरी में रख दिया जाता है।
जिला नियोजन पदाधिकारी ने कहा कि नियोजनालय कार्यालय में भी पुस्तकालय की व्यवस्था है। जहां प्रत्येक दिन 100 से अधिक की संख्या में पाठकों के द्वारा पठन-पाठन का कार्य किया जाता है। परंतु पुस्तकालय में लाइब्रेरियन नहीं होने की स्थिति में गार्ड के द्वारा ही सारा चीज का मेंटेनेंस किया जाता है। इसलिए पुस्तकालय के रख-रखाव एवं उचित संचालन को लेकर एक लाइब्रेरियन की सख्त आवश्यकता है।
समीक्षा के क्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जिले में संचालित सभी पुस्तकालयों के बारे में बताया गया कि सभी लाइब्रेरी कार्यशील है जहां बच्चे निःशुल्क अध्ययन करते हैं। वहीं लाइब्रेरी की समुचित संचालन हेतु स्थानीय स्तर पर पुस्तकालय समिति गठित की गई है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि गिरिडीह जिले के बड़ा चौक में क्रियाशील जय हिंद जिला केंद्रीय पुस्तकालय भवन के निचली और ऊपरी तल्ले हैं पुस्तकालय भवन की स्थिति अच्छी है। पुस्तकालय भवन में छात्रों को बैठने के लिए लगभग 100 चेयर की सुविधाएं, बिजली, इनवर्टर, शौचालय आदि के साथ पीने की पानी की उपलब्धता है। साथ ही पुस्तकालय भवन के नीचे तल्ला एवं उपरी तल्ला है जिसमें लगभग 100 से 120 बच्चे/छात्र-छात्राएं एवं पाठकों की बैठने की उचित व्यवस्था है। इसके अलावा पुस्तकों की संख्या कुल 29307 है। इंजीनियरिंग, मेडिकल, पीएचडी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध है। साथ ही अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं से संबंधित भी पुस्तकें उपलब्ध है। इसके अलावा पुस्तकालय में भारतीय संविधान की मूल प्रति जो झारखंड राज्य के जिला केंद्र पुस्तकालय गिरिडीह में स्थित है। इसके अलावा उन्होंने ने पाठकों की मासिक उपस्थिति (विगत 3 माह की) के बारे में बताया कि अक्टूबर 2022 में 1532, नवंबर 2022 में 2687 तथा दिसंबर 2619 है। पुस्तकालय सुबह 8:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक संचालित की जाती है। पुस्तकालय को एक नए हॉल की आवश्यकता है जिसमें लगभग 100 छात्र-छात्राएं पाठक अध्ययन कर सकें। पुस्तकालय में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध है जिससे बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ वाईफाई की भी सुविधा मिलती है। सभापति ने कहा यह सुनिश्चित करें कि पुस्तकालय नियमित रूप से स-समय संचालित हो और बच्चों/पाठको को पठन-पाठन करने में कोई असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि सरकार की सोच के साथ-साथ बच्चों की भी डिमांड है कि गांव गांव में लाइब्रेरी हो। इसके अलावा समिति के सभापति ने विभागवार राजस्व, पेयजल एवं स्वच्छता, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता, आपूर्ति, जल संसाधन, पथ निर्माण, परिवहन, नगर निकाय, पशुपालन, स्वास्थ्य, कल्याण, विशेष प्रमंडल आदि विभागों के द्वारा संचालित कार्यों, उसके प्रगति व कार्य पूरा होने की तिथि के संबंध में विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को वर्ष 2024 तक हर घर नल योजना से अच्छादित करने को कहा। साथ ही बताया कि ग्रामीण इलाकों में पेयजल को लेकर कोई समस्या न हो इसका ध्यान रखें। वहीं, सभी विभागों के वरीय पदाधिकारी को योजनाओं को गति देने व कल्याणकारी योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा लोगों को अच्छादित करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने स्कूली शिक्षा के तहत विद्यालयों में चहारदीवारी निर्माण सहित कई अन्य पहलुओं पर विमर्श किया। वहीं उन्होंने विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं, पुस्तकालय आदि की समीक्षा करते हुए संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। वहीं परिवहन विभाग को समय पर रेवेन्यू संग्रह करने का निर्देश दिया। साथ ही कहा कि डुप्लीकेट तरीके से ड्राइविंग लाइसेंस आदि नहीं बने इसका ध्यान रखें।
इस मौके पर उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निदेशक डीआरडीए, उप नगर आयुक्त, नगर निगम, सिविल सर्जन, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, उप समाहर्ता प्रभारी, जिला स्थापना शाखा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, कोषागार पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, जिला नियोजन पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, अधीक्षक केंद्रीय कारा, गिरिडीह, जिला अवर निबंधक, प्रभारी पदाधिकारी, जिला विकास शाखा, उत्पाद अधीक्षक, जिला कौशल विकास पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, JSLPS, जिला योजना पदाधिकारी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, एनआईसी, जिला खेल पदाधिकारी, श्रम अधीक्षक, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता, भवन निगम लिमिटेड, जिला अभियंता, जिला परिषद, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1/2, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य मामले, कार्यपालक अभियंता, एनआरईपी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।