भारतीय दूतावास ने मजदूरों से साधा संपर्क, जगी उम्मीद
डीजेन्यूज डेस्क : मलेशिया में फंसे झारखंड के तीस मजूदरों की खबर मीडिया में आते ही भारतीय दूतावास ने मजूदरों से संपर्क साधा है। एक बस भेजकर सभी मजदूरों को मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास बुला लिया है। इस बात की जानकारी मजदूरों ने ही एक वीडियो जारी कर दी है। जारी वीडियो में मजदूर बस में बैठे हुएं हैं और बस अपने गंतव्य की दिशा में बढ़ रही है। भारतीय दुतावास के संपर्क में आते ही मजदूरों में उम्मीद की एक नयी किरण जग गयी है। उम्मीद है कि जल्द ही इन मजदूरों के वतन वापसी पर दूतावास की मुहर लग जायेगी।
मलूम हो कि मालूम हो कि मलेशिया में झारखंड के तीस मजदूर फंसे हुए हैं। मलेशिया की राजधानी कुआलालम्पुर के बेंटोंग में फंसे सभी मजदूर तीन साल के एग्रीमेंट पर लीडमास्टर इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन एसडीएन बीएचडी में काम करने गए थे। ये सभी 30 जनवरी 2019 को बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड के तिसकोपी निवासी वासुदेव महतो और चैन्नई के एजेंट शिवम द्वारा मलेशिया भेजे गये थे।
प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं और पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें दलाल द्वारा मजदूरों को ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर विदेशो में भेज देते हैं और वे विदेश जाकर फंस जाते हैं।
वर्तमान में मजदूरों का वीजा खत्म हो गया है लिहाजा सभी मजदूर गुलाम की तरह दिन बीता रहे हैं।