समीक्षात्मक बैठक में कैथलैब में सेंट्रल इमरजेंसी शिफ्ट करने पर बनी सहमति
समीक्षात्मक बैठक में कैथलैब में सेंट्रल इमरजेंसी शिफ्ट करने पर बनी सहमति
जिला फंड से पूरी की जाएंगी कई आवश्यक मशीनों की मांग:उपायुक्त
मशीनों की निगरानी के लिए नोडल नियुक्त करने के निर्देश
डीजे न्यूज, धनबाद : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) मेंं बुधवार को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन की अध्यक्षता में प्राचार्य, अधीक्षक, सभी विभागाध्यक्षों के साथ मासिक बैठक हुई। बैठक में मशीन, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, मशीनों को चलाने के लिए अनुभवी स्टाफ, जांच संबंधी समस्या, पुराने बिल्डिंग की जर्जर स्थिति, वायरिंग संबंधित समस्या, अस्पताल के एंट्री पॉइंट में गेट लगवाने, ऑपरेशन थिएटर सेटअप, हाई मास्ट लाइट, रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाने, अस्पताल के डिस्प्ले बोर्ड लगवाने, ड्रिंकिंग वॉटर आरओ प्लांट लगाने, कॉन्फ्रेंस हॉल निर्माण करने, आधारभूत संरचना, बुनियादी सुविधा आदि कई समस्याओं से उपायुक्त को अवगत कराया गया।उपायुक्त ने कहा कि आवश्यकता के अनुसार जिले के फंड से अस्पताल की बुनियादी सुविधा, मशीन एवं स्टाफ की कमी को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि एसएनएमएमसीएच में संरचना संबंधी कई समस्याएं हैं। जिला प्रशासन की ओर से आए भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर को उपायुक्त ने सभी समस्याओं की जांच कर निर्माण एवं मरम्मती के एस्टीमेट देने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए जल्द से जल्द सार्थक कदम उठाने के उपाय किये जाएंगे। उपायुक्त ने कहा कि आए दिन एसएनएमएमसीएच में बेड की कमी की खबरें सामने आती है, जिसको लेकर उन्होंने अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार को एक नोडल नियुक्त करने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन बेड की उपलब्धता की मॉनिटरिंग करना आवश्यक है, ताकि पता चल सके कि किन-किन विभागों में कितने बेड खाली है। जिस विभाग के पास बेड से अधिक संख्या में मरीज है तो वह किसी अन्य विभाग के खाली बेड में उन मरीजों को अटेंड करेंगे। उन्होंने कहा कि आए दिन अखबारों में मशीन खराब होने से इलाज ना हो पाने की समस्या भी सामने आती है। इसके लिए भी एक नोडल नियुक्त करने को उन्होंने निर्देशित किया। नोडल द्वारा प्रत्येक विभाग से प्रतिदिन मशीनों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर अधीक्षक को रिपोर्ट सौंपनी होगी, ताकि समय रहते खराब मशीनों को समय से बनाया जा सके। जिससे आम जनता को स्वास्थ्य संबंधी किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।
उपायुक्त ने अस्पतालों के शौचालय एवं साफ सफाई की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रतिदिन सभी शौचालय में साफ सफाई होनी चाहिए। शौचालय में पानी की व्यवस्था समुचित होनी चाहिए। उपायुक्त द्वारा एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक को यह निर्देशित किया गया कि प्रतिदिन इसकी मॉनिटरिंग पदाधिकारी द्वारा की जाए। पूरे अस्पताल परिसर में साफ सफाई में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मरीजों को जो खाना दिया जाता है उसकी क्वालिटी का खास ख्याल रखा जाना चाहिए, इसमें किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। अस्पताल में इलाजरत सभी मरीजों को सही मात्रा एवं शुद्धता वाला खाना परोसना अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी है। उपायुक्त ने वेस्ट मैनेजमेंट, बायो मेडिकल वेस्ट, आयुष्मान कार्ड, बेड के लिए चादर, इंटरनल रोड, मरीज के शिफ्टिंग के लिए इलेक्ट्रिक वाहन, अस्पताल के लॉन्ड्री के लिए वाशिंग मशीन, वन पेशेंट वन अटेंडेंट के लिए ऑडियो सिस्टम, फायर सेफ्टी, सेनेटरी समेत आम जनता की सुविधाओं की चर्चा की। इस दौरान कैथलैब के बिल्डिंग में सेंट्रल इमरजेंसी को शिफ्ट करने पर सहमति बनी, जिस पर जल्द ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा कार्य शुरू किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि जो भी समस्या है उसका समाधान जल्द ही किया जाएगा। जिन भी चीजों की आवश्यकता है उसे जिला के फंड से जल्द ही व्यवस्था की जाएगी। मशीने जो भी दी जाएगी उसका इस्तेमाल सुनिश्चित होना चाहिए। अस्पताल परिसर में आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। लाइटिंग, सड़क, सुरक्षा आदि दुरुस्त की जाएगी। आने वाले समय में डॉक्टर एवं स्टाफ की कमी को दूर करने का कार्य किया जाएगा। टेस्ट एवं डायग्नोस्टिक सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा। आने वाले समय में सभी चीज दुरुस्त होगी एवं आम लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। विशेष कार्य पदाधिकारी सुशांत मुखर्जी, एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य डॉक्टर ज्योति रंजन तथा सभी विभाग के एचओडी समेत कई अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।