स्वस्थ रहना है तो योगा करें : संजय सिंह
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत बीएड एवं डीएलएड के प्रशिक्षुओं ने योगाभ्यास किया। पतंजलि योगपीठ गिरिडीह की ओर से सोशल मीडिया जिला प्रभारी पुष्पा शक्ति, प्रणव पटेल, भानु प्रताप, कुमारी प्रियंका ने विभिन्न प्रकार के योग को प्रशिक्षणार्थियों,शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों को अपने निर्देशन में करवाया। इस अवसर पर सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के निदेशक संजय कुमार सिंह ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिए योग अवश्य करना चाहिए। संस्थान के उपनिदेशक आकाश परमहंस एवं आतिश परमहंस ने कहा कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है और अच्छे स्वास्थ्य के लिए योग से जुड़ा रहना चाहिए। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार ने कहा कि एक शिक्षक को प्रतिदिन योगाभ्यास करना चाहिए क्योंकि शिक्षक समाज का दर्पण होता है। योग हमारी संस्कृति और जड़ों से जुड़ा हुआ है इसलिए स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए योग काफी असरदार होता है। भारत के साथ आज पूरी दुनिया योग की ताकत को मानती हैं और इसलिए हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। यूएन के मुताबिक पूरी दुनिया के लिए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की थीम मानवता के लिए योग रखी गई है।इस योग दिवस की थीम yoga for huminity कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए चुनी गई है। करोना महामारी ने ना सिर्फ हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि चिंता, अवसाद, जैसे मनोवैज्ञानिक और मानसिक समस्याएं भी दी हैं। जो इस समय मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। योग का मूल सार सिर्फ शरीर को स्वस्थ रखना या फिर दिमाग व शरीर के बीच संतुलन बनाना भी हैं इसलिए ही मानवता के लिए योग का सहारा लिया जाना चाहिए। इस अवसर पर सुभाष पब्लिक स्कूल की उप प्राचार्य मौसमी भद्रा ने कहा कि योग हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. कौशल राज, प्रो.ओमप्रकाश कुमार राय, प्रो. संजीव कुमार सिंह, प्रो. राज किशोर प्रसाद, प्रो. बृजमोहन कुमार, प्रो. संदीप चौधरी, प्रो. सोमा सूत्रधार, प्रो. शमा परवीन, प्रो.धर्मेंद्र कुमार मंडल, प्रो.पोरस कुमार, राजेश कुमार, कुमारी बबीता , श्वेता अग्रवाल,उदय राय, अंजली गुप्ता, निक्की सिन्हा आदि का सराहनीय योगदान रहा।