सरना धर्म कोड को मान्यता दे तो भाजपा से मिला सकते हाथ : सालखन मुर्मू

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डीजे न्यूज, रांची :
झारखंड में कई बार सत्ता बदला मगर व्यवस्था नहीं। शिबू सोरेन परिवार ने मुसलमान और ईसाई वोट बैंक की मदद से झारखंड की सत्ता में पांच बार सीएम बन कर कब्जा जरूर जमाया, मगर आदिवासी समाज के हासा, भाषा, जाति, धर्म, रोजगार आदि को बचाने का एक भी नीतिगत काम नहीं किया है। यह बातें आदिवासी सेंंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहीं। वह सोमवार को यहां दैनिक जागरण से बातचीत कर रहे थे।
सालखन मुर्मू ने कहा कि झामुमो तमाम आदिवासी विरोधी शक्तियों के खिलाफ संघर्ष को निर्णायक बनाने के लिए भाजपा का सहयोग लिया जा सकता है, बशर्ते भाजपा सरना धर्म कोड को मान्यता दे। अन्यथा सेंगेल 30 नवंबर को सरना धर्म कोड के लिए 5 प्रदेशों में रेल- रोड चक्का जाम करने को बाध्य है। सेंगेल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा है।
सालखन मुर्मू ने आरोप लगाया कि झामुमो ने आदिवासी समाज में व्याप्त नशापान, अंधविश्वास, डायन प्रथा, वोट की खरीद बिक्री, आदिवासी महिला विरोधी मानसिकता और गांव समाज में चालू आदिवासी स्वशासन व्यवस्था के नाम पर जनतंत्र और संविधान विरोधी क्रियाकलापों को रोकने की जगह बढ़ाने में योगदान किया है। झामुमो ने अबतक आदिवासी समाज सुधार का एक भी काम नहीं किया है। झारखंड का यह दुर्भाग्य है कि सोरेन परिवार आय से ज्यादा आमदनी के आरोपों से घिरे रहने के बावजूद नासमझ आदिवासी समाज की पसंद बना हुआ है। अन्ततः जहां राजनीति के नाम पर झामुमो और सामाजिक व्यवस्था के नाम पर ट्राइबल सेल्फ रूल सिस्टम से जुड़े माझी परगना महाल, मनकी मुंडा समिति आदि, जो झामुमो की “बी” टीम की तरह काम करते हैं, ने आदिवासी समाज को झारखंड और बृहद झारखंड क्षेत्र में बर्बादी की मुकाम तक पहुंचा दिया है। सरना आदिवासियों का जाने- अनजाने बहुत नुकसान किया है।
फिलवक्त कुरमी एसटी मुद्दा, 1932 खतियान का केवल झुनझुना थामने का, संताली राजभाषा नहीं बनाने का मुद्दा को लैंड पुल बिल के लिए शिथिल करने का मुद्दा, पेसा पंचायत कानून 1996 और TAC को कमजोर करने आदि के मुद्दों के लिए झामुमो पूरी तरह दोषी है। झामुमो ने आदिवासी समाज को ठगने और सरना आदिवासियों को बर्बाद करने का काम किया है। झामुमो जबतक अपना एसटी अनुशंसा और स्टैंड नहीं बदलेगगा, उसका विरोध जारी रहेगा। आदिवासी हितों की रक्षार्थ झामुमो और उसकी बी टीम को बेनकाब करने का सेंगेल का सामाजिक-राजनीतिक अभियान जारी रहेगा।

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