राहुल गांधी सरना धर्म कोड के लिए गंभीर हैं तो संसद के चालू सत्र में यह मुद्दा उठाए कांग्रेस
राहुल गांधी सरना धर्म कोड के लिए गंभीर हैं तो संसद के चालू सत्र में यह मुद्दा उठाए कांग्रेस
राष्ट्रपति को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल दे ज्ञापन, रांची या दिल्ली में करे राष्ट्रीय जनसभा
चलते-फिरते किसी घोषणा को मान लेना मुश्किल : सालखन मुर्मू
डीजे न्यूज, जमशेदपुर : आदिवासी सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सरना धर्म कोड मान्यता संबंधी घोषणा का सेंगेल स्वागत करता है। लेकिन, इसे गंभीरता से तभी लिया जा सकता है जब कांग्रेस पार्टी वर्तमान संसद सत्र में इसे उठाती है। राहुल यदि सरना धर्म कोड पर सही में गंभीर हैं तो राष्ट्रपति से मिलकर एक उच्चस्तरीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल सरना संबंधी ज्ञापन दे। साथ ही रांची या दिल्ली में सरना धर्म कोड के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय जनसभा का आयोजन किया जाए। सालखन मुर्मू ने कहा कि चलते-फिरते कोई भी घोषणा को मान लेना मुश्किल है 1951 की जनगणना तक आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड था जिसे कांग्रेस की सरकार ने ही हटाया था।
दूसरी तरफ सेंगेल ने भाजपा की केंद्र सरकार को 31 मार्च तक का अल्टीमेटम दिया है। यदि सरना धर्म कोड की मान्यता की घोषणा नहीं होती है तो 7 अप्रैल को भारत बंद होगा, रेल रोड चक्का जाम किया जाएगा। आदिवासी सेंगेल अभियान अन्य आदिवासी संगठनों के साथ मिलकर प्रकृति पूजक आदिवासियों के सरना धर्म कोड को हासिल करने तक आंदोलन जारी रखेगा।