पार्टी ने दिया टिकट तो गिरिडीह सीट कांग्रेस की झोली में डालेंगे : अजय सिन्हा
पार्टी ने दिया टिकट तो गिरिडीह सीट कांग्रेस की झोली में डालेंगे : अजय सिन्हा
अकेले लड़कर जीत दर्ज करती रही है कांग्रेस, बिना गठबंधन के कभी जीत नहीं सका सहयोगी दल
कांग्रेस नेता अजय सिन्हा ने गिरिडीह विधानसभा सीट से ठोंका दावा
डीजे न्यूज, गिरिडीह : प्रदेश कांग्रेस के सचिव एवं वरिष्ठ अधिवक्ता अजय कुमार सिन्हा मंटू ने गिरिडीह विधानसभा सीट से कांग्रेस टिकट के लिए दावेदारी पेश की है। अजय सिन्हा बुधवार को बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ जिला कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और वहां जिलाध्यक्ष धनंजय सिंह को गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट के लिए अपना आवेदन सौंपा। इस मौके पर समर्थक कांग्रेस पार्टी और अजय सिन्हा के समर्थन में जमकर नारेबाजी कर रहे थे।
विदित हो कि कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर राज्य के सभी जिला कांग्रेस कार्यालयों में जिलाध्यक्ष के माध्यम से दावेदारों का आवेदन आमंत्रित किया गया है। इसी के तहत अजय सिन्हा अपना आवेदन देने जिला कांग्रेस कार्यालय पहुंचे थे। विदित हो कि अजय सिन्हा गिरिडीह के प्रमुख कांग्रेस नेता हैं। उनका यहां अपना एक मजबूत जनाधार है।
अजय सिन्हा ने पार्टी नेतृत्व को बताया है कि वह गिरिडीह विधान सभा क्षेत्र के रहने वाले लोगों के साथ 24 घंटे जुड़े रहते हैं। लोगों के हर दुख सुख में शामिल रहते हैं। वह कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हैं। सामाजिक कार्यों में भी लगे रहते हैं। वह साम्प्रादायिक सौहार्द स्थापित करने के लिए बराबर प्रयत्नशील रहते हैं। इसी क्रम में कई वर्षों से रामनवमी, मुहर्रम, ईद, होली एवं कई अवसरों पर वह कई कार्यक्रम कर दोनों समुदाय के लोगों को एकत्र करते हैं। इसके कारण कई बार जिला प्रशासन ने उन्हें सम्मानित भी किया है। उन्होंने कोविड महामारी के समय पहला चरण में व्यवस्था कर अन्न एवं खाद्य पदार्थों का वितरण किया था। प्रवासी मजदूरों एवं आम लोगों के लिए खाना एवं वाहन की व्यवस्था की थी। उसी क्रम में उनके छोटे भाई नरेन्द्र कुमार सिन्हा छोटन जो कांग्रेस का सच्चा सिपाही को कोविड का शिकार होकर दिवंगत हो गए। कोविड-19 के दूसरे चरण में उन्होंने अपने दिवंगत छोटे भाई नरेन्द्र सिन्हा के नाम पर पर करीब पांच सौ से अधिक कोविड पीड़ितों के लिए ऑक्सिजन की व्यवस्था की थी। साथ ही निःशुल्क आक्सीमीटर का वितरण किया था। उसी क्रम में प्रदेश कांग्रेस कमिटी को भी सौ आक्सीमीटर उन्होंने भेंट किया था। अभी वर्तमान में अपने छोटे भाई स्व० नरेन्द्र सिन्हा के नाम पर कई कार्यक्रम चला रहे हैं। अजय सिन्हा ने बताया कि इसके अलावा जीत का उनका मुख्य आधार गिरिडीह विधानसभा में मेरे स्वजातीय कायस्थ वोटों का संख्या है। गिरिडीह विधान सभा क्षेत्र में कायस्थ वोट मुस्लिम वोट के बाद दूसरे नम्बर पर है। कायस्थ वोटों का संख्या लगभग 32000 है। उन्हें गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र में लगभग सभी जाति के वोट मिलेंगे। इससे उनकी जीत सुनिश्चित होगी। गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी को जब मौका मिला है वह बिना गठबंधन के जीती है। वहीं सहयोगी दल आज तक बिना गठबंधन के जीत नहीं पाये हैं।
अजय सिन्हा ने कहा कि अगर कांगेस पार्टी के अध्यक्ष एवं आलाकमान उन्हें टिकट देने का काम करेंगे तो विश्वास दिलाता हूँ कि गिरिडीह विधानसभा सीट जीतकर पार्टी की झोली में डालने का काम करेंगे।