कैसे पढ़ेंगे गांव के बच्चे, दो शिक्षक के भरोसे चल रहा मध्य विद्यालय
कैसे पढ़ेंगे गांव के बच्चे, दो शिक्षक के भरोसे चल रहा मध्य विद्यालय
ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग पर लगाया भेदभाव का आरोप
डीजे न्यूज, राजधनवार, गिरिडीह : जमुआ प्रखंड के चुंगलखार मध्य विद्यालय में मात्र दो शिक्षकों के होने से छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन बाधित हो रहा है। इस कारण ढाई सौ बच्चों का भविष्य भी अंधकारमय होता जा रहा है। विद्यालय में शिक्षकों की कमी से नाराज अभिभवकों ने उच्चाधिकारियों से शिक्षक बहाल किए जाने की मांग की है।
अभिभावक संजीत यादव, केदार राउत, स्थानीय जिला परिषद सदस्य विजय पांडेय, रमेश विश्वकर्मा, शिवशंकर बर्णवाल, मिथलेश यादव, बलदेव यादव, प्रेमचंद पांडेय, रघु ठाकुर, कौशल विश्वकर्मा आदि ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में कक्षा एक से कक्षा आठ तक पढ़ने वाले बच्चों की संख्या लगभग ढाई सौ के करीब है। जिन्हें मात्र दो शिक्षकों के सहारे स्कूल का संचालन किया जा रहा है।कहा कि लगभग एक साल पूर्व यहां के दो शिक्षक रिटायर हो चुके हैं ।रिटायर शिक्षकों के जगह पुनः शिक्षकों की नियुक्ति नही की गई है जिससे बच्चों की पढ़ाई बेपटरी हो गई है। सरकार ग्रामीण इलाके की शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दे रही है, लेकिन एक से कक्षा आठ तक के बच्चों को दो शिक्षक कैसे पढ़ा कर उनका भविष्य संवारेंगे। अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित है। उनका कहना है कि किसी-किसी विद्यालय में बच्चे कम और शिक्षक (अध्यापक)अधिक हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब शिक्षा के बारे में लोग कुछ समझ नही पाते थे उस समय से ही इस स्कूल की नींव रखी गई थी यानी कि ब्रिटिश के शासन काल से ही इस स्कूल की नींव रखी गई थी। उस समय चुंगलखार के बोधा राउत के खेपड़ैलनुमा निजी मकान में संचालन होता था। इसी स्कूल से भंडारो निवासी रीतलाल वर्मा पढ़कर जनसंघ से लेकर भाजपा तक लगभग पांच बार सांसद के रूप में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।
ग्रामीणों ने कहा कि शिक्षा विभाग का दोहरा माप दंड छात्रों के भविष्य को अंधकारमय कर रहा है। अभिभावकों ने शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शिक्षकों को प्रतिनियुक्त करने की मांग की है।