इलाज के लिए झारखंड से बाहर नहीं जाना पड़ेगा : हेमंत

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इलाज के लिए झारखंड से बाहर नहीं जाना पड़ेगा : हेमंत

365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सौंपा नियुक्ति पत्र

डीजे न्यूज, रांची : 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा है कि सरकार ने व्यवस्था को सुदृढ़ और व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए पिछले 4 वर्षों में विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में नियुक्तियां की है। नियुक्तियों का यह सिलसिला लगातार जारी है। आज राज्य सरकार 365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (CHO) को राज्य के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थापित कर रही है। सभी नवनियुक्त कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स आज से राज्य सरकार के अभिन्न अंग के रूप में कार्य करेंगे। नवनियुक्त सभी सी०एच०ओ० राज्य सरकार की एक ऐसी कड़ी बन रहे हैं, जहां उनके कंधों पर स्वास्थ्य क्षेत्र की बड़ी जिम्मेदारियां रहेंगी। स्वास्थ्य क्षेत्र में राज्य सरकार की व्यवस्था को आम जनमानस तक सुगमता पूर्वक इन्हीं के माध्यम से ही पहुंचाया जाना है ,अतएव स्वस्थ झारखंड के निर्माण में उनकी भूमिका अहम होगी।मुख्यमंत्री गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन के सभागार में 365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने सांकेतिक रूप से 5 सीएचओ को नियुक्ति पत्र सौंपा।

 

तमाम चुनौतियों के बावजूद हजारों की संख्या में हुई नियुक्तियां

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज लगभग 365 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स की नियुक्त हो रही है। इससे पहले हमलोगों ने पशु चिकित्सकों, चिकित्सा पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। लैब असिस्टेंट की भी नियुक्ति की है।पहली बार फॉरेंसिक लैब के लिए साइंटिस्ट की नियुक्ति की गई है। आयुष चिकित्सकों, दंत चिकित्सकों सहित ए-ग्रेड नर्स की भी नियुक्ति की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनौती भरे वक्त में भी उनकी सरकार ने कृषि अधिकारी की नियुक्ति, हॉर्टिकल्चर में पदाधिकारी की नियुक्ति, पंचायत सचिव की नियुक्ति, लिपिक की नियुक्ति, लेखपाल की नियुक्ति, टीचर की नियुक्ति, जूनियर इंजीनियर, सहायक इंजीनियर की नियुक्ति की है। उन्होंने कहा कि हजारों नियुक्तियां हुई हैं और कई नियुक्तियां प्रक्रियाधीन हैं।

 

स्वास्थ्य व्यवस्था के क्षेत्र में नवनियुक्त सी०एच०ओ० की भूमिका अहम

 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सीएचओ को संबोधित करते हुए कहा कि आपको यह मालूम है कि झारखंड प्रदेश की भौगोलिक संरचना, यहां की सामाजिक व्यवस्था और यहां के लोगों की मानसिकताएं कैसी हैं। बस आपको यह समझना पड़ेगा कि स्वास्थ्य सेवा को लोगों तक सरलता पूर्वक किस प्रकार से पहुंचाया जा सके। जंगल, पहाड़, नदी-नाला से घिरा हुआ इस सुंदर राज्य में ऐसे-ऐसे गांव हैं, जहां के लोगों ने आज तक शहर नहीं देखा है और न ही सरकार की व्यवस्था से उन्हें बहुत ज्यादा लेना-देना है। बहुत सारे लोग आज के दिन भी झाड़-फूंक और जड़ी बूटियों के अधूरे ज्ञान के आधार पर परंपरागत तरीके से स्वास्थ्य उपचार कराने में लगे रहते हैं। इसी वजह से कभी-कभी ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती हैं, जो चिंतनीय है।इसलिए आप सभी को राज्य के लोगों के स्वास्थ्य के प्रति एक विश्वास के साथ जुड़ना है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नवनियुक्त सी०एच०ओ० लगभग डॉक्टर एवं नर्स की दोहरी भूमिका में भी हैं। कुल मिलाकर कहा जाए आप सभी स्वास्थ्य विभाग के ऑलराउंडर प्लेयर की भूमिका में रहेंगे।

 

मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना प्राथमिकता

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार का लगातार प्रयास रहा है कि सभी को मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराए। इसी उद्देश्य के साथ कई जनहित के कार्य एवं नीति निर्धारण राज्य सरकार द्वारा किए गए हैं। उनकी सरकार के समक्ष भी कई चुनौतियां हैं। राज्य की भौगोलिक स्थिति के कारण कई स्वास्थ्य व्यवस्था आम जनता तक पहुंचाने में वक्त लगता है और कहीं-कहीं कुछ लोग जानबूझकर भी वक्त लगा देते हैं ,ऐसे में मरीज़ों को कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। आने वाले दिनों में ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो, यह आप सभी की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सिर्फ स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित अस्पताल ही नहीं बल्कि कल्याण विभाग ,श्रम विभाग द्वारा संचालित अस्पतालों में भी मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है।

 

तकनीकी युग के बाद भी बेहतर मानवबल एवं व्यवस्था जरूरी

 

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि जब तक हमारे पास मैनपावर नहीं होगा तब तक बेहतर कार्य नहीं हो सकता है। आज तकनीक का युग है। अब धीरे-धीरे सभी चीजों में रोबोटिक सिस्टम जगह बना रहा है। उद्योगों का पूर्ण रूप से मशीनीकरण हो चुका है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी मशीनों की उपयोगिता बढ़ी है, लेकिन उसके बाद भी अच्छे चिकित्सक, अच्छी स्वास्थ्य सुविधा के लिए लोग अलग-अलग राज्यों में जाते हैं। वहीं झारखंड में अच्छे डॉक्टर होने से अन्य राज्यों से भी मरीज यहां आते हैं। आपकी भूमिका भी ऐसी होनी चाहिए कि लोग आपकी ओर खिंचे चले आएं।

 

स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए बन रही बेहतर कार्य योजना

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को लेकर हम लगातार प्रयासरत रहते हैं। राज्य सरकार ने जिस तरह से स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए कार्ययोजना बनाई है, उससे बहुत जल्द इस राज्य में सुदृढ़ स्वास्थ्य व्यवस्था प्रदान करेंगे, ताकि यहां से किसी को इलाज के लिए अन्य राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमलोग स्वस्थ तभी रहेंगे जब स्वास्थ्य विभाग खुद स्वस्थ रहेगा। इसके लिए सालाना बजट 5 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, ताकि स्वास्थ्य केंद्रों की साफ सफाई और रख-रखाव बेहतर तरीके से की जा सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अस्पताल संचालन एवं रख-रखाव योजना के अंतर्गत सरकार ज़िलों के सदर अस्पतालों को 75 लाख रुपये,अनुमंडलीय अस्पताल को 50 लाख रुपये ,सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र/रेफ़रल अस्पताल को 10 लाख रुपये एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 5 लाख रुपये ,स्वास्थ्य उप केंद्र/आयुष्मान आरोग्य केंद्र को 2 लाख रुपये प्रतिवर्ष उपलब्ध करा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी नवनियुक्त सीएचओ उत्साहित हैं, खुश हैं। आप सभी को मेरी ओर से नई शुरुआत के लिए ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, विभागीय प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण एवं नवनियुक्त सीएचओ उपस्थित थे।

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