डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने चलाया डोर टू डोर जांच अभियान

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डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने चलाया डोर टू डोर जांच अभियान

डीजे न्यूज, धनबाद  : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन के निर्देशानुसार डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न प्रखंडों में डोर टू डोर अभियान चलाकर जांच की। इस क्रम में जहां भी मच्छर के लार्वा मिले उसे नष्ट कर दिया गया। बुखार पीड़ितों के रक्त का नमूना लेकर एसएनएमएमसीएच में जांच के लिए भेजा गया।

 

इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानू प्रतापन तथा वीबीडी सलाहकार रमेश कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए शनिवार को जिला मुख्यालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर से टीम गठित कर झरिया-सह-जोरापोखर के खपराधौड़ा, मल्लाह पट्टी अन्तर्गत डेंगू संक्रमित रोगी के घर में फॉगिंग, घर के आस-पास कन्टेनर सर्वे, लार्वानाशी दवा का छिड़काव, जन जागरूकता कार्यक्रम, हैण्डबील का वितरण किया गया। साथ ही 05 डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले मरीजों का रक्त नमूना संग्रहित कर शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में एलाइसा जॉच हेतु भेजा गया।

 

साथ ही डिगवाडीह के एक व्यक्ति, जो जमशेदपुर में कार्य करते थे, बीमार होकर डिगवाडीह आयें। उनका रक्त नमूना डेंगू धनात्मक पाया गया। उन्हें एसएनएमएमसीएच में ईलाज हेतु भेजा गया। डेंगू धनात्मक रोगी के घर के आस-पास कन्टेनर सर्वे, लार्वानाशी दवा का छिड़काव, जन जागरूकता कार्यक्रम, हैण्डबील का वितरण किया गया।

 

उन्होंने बताया कि धनबाद सदर जिला मुख्यालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर से टीम गठित कर धनबाद सदर के स्वास्थ्य उपकेन्द्र कारीटांड़ अन्तर्गत डुबराजडीह गांव में डेंगू धनात्मक रोगी के घर में फॉगिंग, घर के आस-पास कन्टेनर सर्वे, लार्वानाशी दवा का छिड़काव, जन जागरूकता कार्यक्रम, हैण्डबील का वितरण किया गया। 05 बुखार पीड़ितों का डेंगू के सम्भावित लक्षण होने के कारण उन सभी का रक्त नमूना संग्रहित कर एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में एलाइसा जांच हेतु भेजा गया।

 

एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग से कोई धनात्मक डेंगू/चिकुनगुनिया के रोगी की सूचना प्राप्त नही हुई है।

 

डेंगू की रोकथाम के लिए गोविन्दपुर में 46263 घरों की जांच की गई। जिनमें 116 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये जिसे नष्ट किया गया तथा 450 बुखार पीड़ित मरीजों की मलेरिया की जांच की गई। सम्भावित डेंगू के लक्षण वाले 02 मरीज पाये गये। जिनका रक्त नमूना संग्रहित कर एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच हेतु भेजा गया।

 

बलियापुर में 24439 घरों की जांच की गई। जिनमें 42 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये जिसे नष्ट किया गया। कुल 934 बुखार पीड़ित मरीज पाये गये। जिनका मलेरिया का जांच किया गया। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण कोई भी मरीज नही पाये गये।

 

धनबाद सदर में 62237 घरों की जांच की गई। जिसमें 2050 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये। जिसे नष्ट किया गया। कुल 689 लोगों का मलेरिया जांच किया गया। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले 11 मरीज पाये गये। जिनका रक्त नमूना संग्रहित कर एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच हेतु भेजा गया।

 

इसी प्रकार झरिया अन्तर्गत 45688 घरों में कुल 1140 घर में मच्छर के लार्वा पाये गये। जिसे नष्ट किया गया। 74 लोगों का मलेरिया जांच किया गया। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले कुल 28 मरीज पाये गये। जिनका रक्त नमूना संग्रहित कर एसएनएमएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में भेजा गया।

 

टुण्डी में 35855 घरों की जांच की गई। जिसमें 516 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये। जिसे नष्ट किया गया। 658 लोगों की मलेरिया की जांच की गई। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले कोई मरीज नही पाये गये।

 

बाघमारा में 65598 घरों की जांच की गई। जिसमें 24 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये। जिसे नष्ट किया गया। वहीं 1207 लोगों की मलेरिया की जांच की गई। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले कोई मरीज नही पाये गये।

 

निरसा में 35708 घरों की जांच की गई। जिनमें 658 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये, जिसे नष्ट किया गया। 490 लोगों की मलेरिया जांच की गई। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले कोई मरीज नही पाये गये।

 

सिविल सर्जन ने बताया कि तोपचांची में 27870 घरों की जांच की गई। 119 घरों में मच्छर के लार्वा पाये गये जिसे नष्ट किया गया। 565 लोगों की मलेरिया जांच की गई। डेंगू/चिकुनगुनिया के सम्भावित लक्षण वाले कोई मरीज नही पाये गये।

 

 

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