हार्डकोर माओवादी छोटका मरांडी को आजीवन कारावास
डीजे न्यूज, गिरिडीह : हार्डकोर नक्सली छोटका मरांडी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।सोमवार को जिला जज नवम नीरजा आश्री की अदालत ने दोषी पाए गए छोटका मरांडी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सजा सुनाई गई।साथ ही कुल 35 हज़ार रुपए अर्थदंड जमा करने का आदेश दिया है। जुर्माना राशि जमा नही करने पर अतिरिक्त सजा जेल में काटनी होगी। वहीं छोटका को अन्य धाराओं में एक साल से लेकर सात साल तक की सजा सुनाई गई। जिनमें नक्सली की धारा भी है। सभी सजा साथ साथ चलेगी। छोटका मरांडी को पुलिस मुठभेड़ में पुलिस जवान अजीत सिंह को गोली मारकर हत्या करने के मामले में दोषी करार दिया गया था। इसके पूर्व सजा की बिंदु पर बहस करते हुए बचाव पक्ष के अधिवक्ता उमाशंकर प्रसाद ने न्यूनतम सजा देने की अपील की। वहीं एपीपी सुधीर कुमार ने कहा कि मृतक अजीत सिंह काफी कम उम्र का था। उसके मौत से उसका पूरा परिवार बिखर गया।उसकी पत्नी के अलावे बच्चें और माता पिता उसपर आश्रित थे।उन्होंने कड़ी सजा देने की मांग की।
कैदी वाहन से फरार आरोपित को गिर करने गई थी पुलिस
घटना पीरटांड़ थाना क्षेत्र के सीमरजोर गांव की है। इस कांड के सूचक बिमल नन्दन सिन्हा ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी।कहा था कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कैदी वाहन नक्सली कांड में फरार आरोपित छोटका मरांडी अपना घर आया हुआ है। पुलिस उसे गिरफ्तार करने उसके घर जोरासिमर गई थी।वहां पुलिस को देख नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दिया। जिसमें एक जवान अजीत सिंह गोली लगने से घायल हो गया था।जिसकी मौत इलाज के दौरान सदर अस्पताल में हो गई थी। इस मुठभेड़ में नक्सली कमांडर अजय महतो, नुनुचन्द महतो,प्राशान्त मांझी समेत कई नक्सली थे, जो अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गए। पुलिस ने छोटका मरांडी को एक कारबाइन व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। इस मामले में अभियोजन के तरफ से 12 गवाहों का परीक्षण कराया गया।जिनमे सूचक, दल में शामिल जवान आदि शामिल थे। सभी ने कहा छोटका मरांडी ने गोली चलाई थी। जिससे जवान की मौत हुई थी।