उसरी नदी बचाने गिरिडीह वासी एकजुट
उसरी नदी बचाने गिरिडीह वासी एकजुट
जिला प्रशासन से लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का निर्णय
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
उसरी बचाओ अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को सामुदायिक भवन सिहोडीह में आयोजित की गई। बैठक में गिरिडीह के विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के लोग उपस्थित थे। सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता, एडवोकेट, शिक्षक, पूर्व शिक्षक, छात्र नेता, स्थानीय प्रतिनिधि सहित स्थानीय लोग सम्मिलित हुए।
बैठक का मुख्य उद्देश्य गिरिडीह जिले की लाइफ लाइन कही जाने वाली उसरी नदी के संरक्षण के लिए प्रयास करना है। बैठक में
उसरी नदी से अंधाधुंध बालू उठाव को रोकने,
नाली का गंदा पानी नदी में जाने से रोकने के लिए वॉटर ट्रीटमेंट प्लान लगाने,
नदी के किनारे की जमीन को अतिक्रमण से बचाने,
नदी के दोनो किनारे पौधारोपण करने,
नदी के दोनों ओर मरीन ड्राइव बनाने,
पुल के आसपास बालू उठाव पर रोक,
नदियों के बीच में डैम बनाने,
बनखनज़ों से झरिया गादी तक इको जोन घोषित कर बालू उठाव पर रोक पर चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता झामुमो के जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने की। बैठक में उपस्थित सभी प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने विचार दिए। यह तय हुआ कि उसरी बचाओ अभियान ही इस अभियान का बैनर होगा। अलग अलग तरीके से और नाम से मुद्दा उठाने वाले,अब इसी मुद्दे के लिए एक मंच पर उपस्थित होंगे।
बैठक की शुरुआत में विषय प्रवेश करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता राजेश सिन्हा ने कहा कि पिछले चार-पांच सालों से विभिन्न संगठन उसरी नदी के संरक्षण का प्रयास कर रहे हैं। उन सभी प्रयासों को एकजुट कर एक वृहत आंदोलन के रूपरेखा तैयार करने की जरूरत है। नागरिक विकास मंच के राम जी यादव के अलावा और भी लोग लगातार मेहनत कर रहे हैं।अब सब हाथ बढ़ाकर साथ चलेंगे। आम जनता को इस अभियान से जोड़ेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता विनय सिंह और उनके साथी सहयोगी जो नागरिक विकास मंच के जरिए बेहतर कार्य कर रहे थे उन्होंने भी कहा कि अब उसरी बचाव अभियान में सब आगे बढ़ के कार्य करेंगे। कागजी तौर पर इन्होंने बहुत मेहनत की है। इस अभियान को अब और भी आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। कहा सब मिल कर लगातार कार्य करेंगे।
सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण मुरारी शर्मा ने कहा कि इस अभियान को दिन रात एक कर के सफल करना है। गिरिडीह को उसरी वरदान के रूप में मिला है जिसे लगातार उपेक्षित किया जा रहा है। यह बर्दास्त की बात नहीं है। प्रोफेसर डॉ छोटू प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता गौरी शंकर सिंह, मैनेजर सिंह, चंदन सिंन्हा,
शशि भूषण वर्मा, गोविंद तुरी, संदीप देव, शिवेंद्र कुमार सिंह, संदीप शर्मा, अजय राय, प्रमोद स्वर्णकार, चुनमुन कुमार, वासुदेव राम, पूर्व वार्ड पार्षद अशोक राम आदि ने संबोधित किया। अशोक राम ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि इसकी पहली बैठक हमारे एरिया में हुई। हम सब सिहोडीह वासी एकजुट हैं। मंच का संचालन सूरज नयन ने किया जबकि उसरी बचाओ का ड्राफ्टिंग सामाजिक कार्यकर्ता सोमनाथ ने की। दोनों इस अभियान में काफी दिनों से लगे हैं जबकि इस अभियान में अच्छा काम करने वाले रामजी यादव शहर से बाहर रहने के कारण उपस्थित नहीं थे।
अपने अध्यक्षीय के भाषण में संजय सिंह ने कहा कि बनखनज़ों से लेकर झरियागादी तक बालू उठाव पर रोक है परंतु इसका अनुपालन नहीं हो पा रहा है।
नाली से गिर रहे पानी हेतु 6 जगहों पर ईटीपी प्लांट लगाने हेतु सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। मरीन ड्राइव हेतु 17 करोड़ की योजना बनी है परंतु विभागीय लेटलतीफी की वजह से कार्य समय पर नहीं हो पा रहा।
आप सब की लड़ाई में मैं आपके साथ खड़ा हूं।
बैठक के बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 12 सितंबर को विभागीय मंत्री के गिरिडीह आगमन पर उसरी बचाव अभियान के तहत उन्हें ज्ञापन सौपा जाएगा।
इस अभियान के तहत हाईकोर्ट में एक पीआईएल भी दाखिल किया जाएगा।
साथ ही प्रारंभ में उपरोक्त मुद्दों पर प्रशासन से पत्राचार किया जाएगा। हल ना निकलने की स्थिति में वृहत आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी जिसमें धरना, प्रदर्शन सहित जन आंदोलन खड़ा कर पदयात्रा का कार्यक्रम भी किया जाएगा।
मंच का संचालन अधिवक्ता सूरज नयन ने किया।
बैठक में सैयद सफी अशरफ, संदीप कुमार देव, निवेश कुमार सिन्हा, चंदन कुमार सिंह, जयप्रकाश चौधरी ,संजय कुमार मोदी, राहुल कुमार, टूहा सिंह, अभिषेक कुमार ,इनाम अंसारी, सुभाष कुमार, बबलू सानू, कासिम अहमद खान, चुनमुन राम ,प्रमोद कुमार स्वर्णकार, दिलीप दास ,सूरज कुमार दास, छोटू दस, विशाल कुमार ,गोविंदतुरी, नेमचंद दास, अजय दास, सूरज नयन ,सोमनाथ केसरी, संजय कुमार यादव ,अजय कुमार राय, संदीप कुमार शर्मा ,श्याम कुमार, शिवेंद्र कुमार सिंह, रवीश आनंद, बबलू शर्मा, अनुपम किशोर, नीतीश आनंद ,डॉक्टर छोटू प्रसाद, गौरी शंकर सिंह, मनोहर प्रसाद सिंह आदि उपस्थित रहे।