जैन धर्म में क्षमा वाणी का विशेष महत्व, इससे दूर होते हैं मन के विकार
जैन धर्म में क्षमा वाणी का विशेष महत्व, इससे दूर होते हैं मन के विकार
श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मी नगर में धार्मिक नृत्य प्रतियोगिता आयोजित
डीजे न्यूज, दिल्ली : वर्तमान समय में देश की कला एवं संस्कृति पर पश्चिमी सभ्यता हावी होती जा रही है। ऐसे में कला एवं संस्कृति को संजोए रखने के उद्देश्य से अखिल भारतीय संस्था तरुण मित्र परिषद ने बुधवार को लक्ष्मी नगर नई दिल्ली में बाल कलाकार धार्मिक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस अवसर पर उपस्थित मुख्य अतिथि निगम पार्षद अलका राघव ने कहा कि जैन धर्म में क्षमावाणी का बहुत महत्व है। इससे मन के सभी विकारों को दूर किया जा सकता है। अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष मनोज कुमार जैन ( मनोनीत निगम पार्षद) ने की ।
परिषद के महासचिव अशोक जैन ने बताया कि श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर लक्ष्मी नगर में आयोजित 21वीं वार्षिक भव्य नृत्य प्रतियोगिता में 21 बाल कलाकारों ने अपनी परम्परागत वेषभूषा में अपनी अनूठी कला का प्रदर्शन कर सभी कला प्रेमियों का मन मोह लिया। नन्हे-मुन्ने बाल कलाकारों को अपनी कला निखारने का सुअवसर मिला । दिगम्बर जैन नैतिक शिक्षा समिति द्वारा संचालित पाठशाला की अध्यापिका नन्दिनी जैन व दीपा जैन स्वीटी के कुशल निर्देशन में आयोजित नृत्य प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में नीता, दीपा व मिनाक्षी जैन ने डिम्पल, अद्रिका व दिक्षिता जैन को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय विजेता घोषित किया। सभी विजेताओं को विशेष व अन्य सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार परिषद के पदाधिकारी रविन्द्र जैन, रजत जैन फाइल वाले व परिषद की संरक्षिका सुधा गुप्ता की ओर से भेंट किए गए। मंच संचालन शुभम जैन ने किया।
इस अवसर पर परिषद के सहसचिव आलोक जैन, संगठन सचिव राकेश जैन, रविन्द्र कुमार जैन, मंदिर अध्यक्ष संजय जैन, मंत्री प्रवीन जैन, राजेन्द्र प्रसाद जैन व भाजपा मंडल अध्यक्ष ललित निगम आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।