जनजातियों से हुआ अन्याय दूर करने के लिए बना वनाधिकार कानून
जनजातियों से हुआ अन्याय दूर करने के लिए बना वनाधिकार कानून
डीजे न्यूज, पूर्वी टुंडी, धनबाद : प्रखंड के मोहलीडीह पंचायत के पोखरिया गांव में स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता संदीप हांसदा के नेतृत्व में वनाधिकार कानून के संदर्भ मे बेंजामिन मुर्मू की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई।
बैठक में वन अधिकार कानून के मास्टर ट्रेनर सह जिला स्तरीय FRA सेल के CSO चंदन कुमार ने वन अधिकार अधिनियम 2006 नियम 2008 के बारे में उपस्थित ग्रामीणों को विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने इस कानून के आलोक मे व्यक्तिगत वन अधिकार दावा एवं सामुदायिक दावा के साथ ग्राम स्तरीय वन अधिकार समिति, अनुमंडल स्तरीय वन अधिकार समिति एवं जिला स्तरीय वन अधिकार समिति की भूमिकाओं के बारे मे विधिवत जानकारी दी। सामाजिक कार्यकर्ता संदीप हांसदा ने कहा कि वनों पर बंदोबस्ती के समय अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासियों के साथ जो ऐतिहासिक अन्याय हुआ है उसी अन्याय को दूर करने के लिए वन अधिकार कानून बनाया गया है। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ग्राम सभा पोखरिया में व्यतिगत दावा एवं सामुदायिक दावा की प्रक्रिया पर बहुत जल्द ही पहल की जाएगी। इस मौके पर वन अधिकार समिति की अध्यक्ष रीता देवी के अलावे नोहो सोरेन, लूकस सोरेन, एंथोनी मरांडी, हसैल मरांडी, गोडविल बेसरा, लॉरेंस टुडू, प्रीति मरांडी, स्नेहलता मुर्मू, सोनाली किस्कू, माइकल सोरेन एवं अन्य सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।