रंगारंग कार्यक्रम के साथ भावी शिक्षकों को विदाई
डीजे न्यूज, गिरिडीह : सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में बीएड सत्र 2020-22 एवं डीएलएड सत्र 2019-2021 के लिए विदाई समारोह एवं भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ राजेंद्र प्रसाद के तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। एनडीसी डॉ. सुदेश कुमार, डीपीआरओ रश्मि सिन्हा, डीएसई विनय कुमार, निदेशक सह चेयरमैन संजय कुमार सिंह, सुभाष पब्लिक स्कूल की प्राचार्या विभा सिंह, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गाना से किया गया। इसके अलावा बीएड 2020-2022 एवं डीएल
एड सत्र 2019-2021 के प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा नाटक, गीत, नागपुरी नृत्य जैसे कई मनमोहक कार्यक्रम किए गए। डॉ सुदेश कुमार ने कहा कि डॉ राजेंद्र प्रसाद के जन्म दिवस के उपलक्ष में विदाई समारोह का आयोजन करना एक तरह का महापुरुषों का बहुत बड़ा सम्मान है। रश्मि कुमारी सिन्हा ने कहा कि सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित करना और भी शिक्षण संस्थाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है। विनय कुमार ने कहा कि बीएड एवं डीएलएड प्रशिक्षणार्थियों को सदैव ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठ के साथ काम करना चाहिए। निदेशक सह चेयरमैन संजय कुमार सिंह ने कहा कि सुभाष शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के प्रशिक्षणार्थियों के लिए इस तरह का सांस्कृतिक कार्यक्रम आगे भी आयोजित किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों में सदैव विकास हो पाएग।विदाई समारोह के अंतर्गत पुरस्कार का भी वितरण किया गया। बीएड से मिस्टर फेयरवेल सुमन, मिस फेयरवेल पूजा गुप्ता एवं डीएलएड से मिस्टर फेयरवेल संदीप कुमार शर्मा, मिस फेयरवेल वनिता कुमारी को पुरस्कृत भी किया गया। मंच का संचालन प्रशिक्षणार्थी अनुराग गोस्वामी और आकांक्षादीप के द्वारा किया गया। इसके अलावे कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो. कौशल राज, प्रो संजीव कुमार सिंह, प्रो.शमा परवीन, प्रो. ओमप्रकाश कुमार राय , प्रो.राजकिशोर, प्रो. संदीप चौधरी, प्रो. धर्मेंद्र कुमार मंडल, प्रो. पोरस कुमार ,प्रो. सोमा सूत्रधार ,राजेश ,बबीता ,उदय के के अलावे मौसम ,रोहित ,विनोद मौसम ,नंदलाल ,अलका, सोनाली ,रूचि ,पूनम ,स्नेहा ,नेहा, पुष्पा इत्यादि प्रशिक्षणार्थी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। धन्यवाद ज्ञापन प्रो.शमा परवीन के लिए द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।