धनबाद और झारखंड के हर नागरिक को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिले : सांसद

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धनबाद और झारखंड के हर नागरिक को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिले : सांसद

डीजे न्यूज, धनबाद:  सांसद ढुलू महतो ने संसद के शीतकालीन सत्र में जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में उठाया। इनमें स्वास्थ्य, आयुष्मान भारत योजना, आयुष पैकेज और ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की समान पहुंच आदि शामिल हैं। केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों ने इन सवालों का विस्तार से उत्तर दिया और अपनी नीतियों तथा योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति स्पष्ट की।

==गैर-संक्रामक रोगों के लिए आयुष पैकेज:

सांसद ने पूछा कि क्या मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसे गैर-संक्रामक रोगों के इलाज के लिए आयुष पैकेजों को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) में शामिल किया जाएगा। इस पर आयुष मंत्रालय ने जवाब दिया कि फिलहाल आयुष पैकेज योजना में शामिल नहीं हैं। हालांकि, सरकार इन पैकेजों की प्रभावशीलता, लागत-प्रभाव और राष्ट्रीय प्रासंगिकता के आधार पर विचार कर रही है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य लाभ पैकेजों में 1,961 उपचार पैकेज शामिल हैं, लेकिन आयुष पैकेजों को जोड़ने की प्रक्रिया पर अभी तक अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।

==आयुष्मान आरोग्य केंद्रों का वितरण और संचालन:

सांसद  ने देशभर में आयुष्मान आरोग्य केंद्रों की संख्या और उनके भौगोलिक वितरण के बारे में भी सवाल पूछा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्तर दिया कि वर्तमान में देशभर में 1,40,305 आयुष्मान आरोग्य केंद्र (एएएमएस) संचालित हो रहे हैं। इनमें से झारखंड में 3,529 और उत्तर प्रदेश में 18,494 केंद्र स्थापित किए गए हैं। महाराष्ट्र, बिहार, और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी बड़ी संख्या में केंद्र संचालित हैं। मंत्रालय ने बताया कि 12 दिसंबर 2024 तक कुल 4,192 केंद्रों का मूल्यांकन राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत किया गया है। इनमें झारखंड में 91 केंद्र और पश्चिम बंगाल में 770 केंद्र शामिल हैं। यह मूल्यांकन केंद्रों में दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से किया गया।

==ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं: सांसद  ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों पर भी संवाद किया। जवाब में मंत्रालय ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को देशभर में मानक आबादी के आधार पर स्थापित किया गया है। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में हर 5,000 जनसंख्या पर एक उप-स्वास्थ्य केंद्र और हर 30,000 जनसंख्या पर एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया गया है। शहरी क्षेत्रों में आबादी के घनत्व के आधार पर इसी प्रकार का वितरण किया गया है।

==स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर मेरे सवाल करने का आशय यह है कि धनबाद और झारखंड के हर नागरिक को सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं मिलें। मैंने सरकार को यह भी सुझाव दिया है कि योजनाओं को लागू करने में स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखा जाए।

ढुलू महतो, सांसद, धनबाद।

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