आग और गैस रिसाव स्थल पर कराई गई मिट्टी की भराई, खतरा बरकरार
डीजेन्यूज लोयाबाद घनबाद सेंद्रा बांसजोडा कोलियरी प्रबंधन ने रविवार को कोलियरी के छः नंबर पिट के समीप धधकती आग और गैस रिसाव स्थल पर मिट्टी की भराठी कराई । मिट्टी की भराठी के काम में दो हाइवा और एक डोजर लगाया गया है। मिट्टी की भराठी कराए जाने से लोगों को थोड़ी राहत जरुर मिली लेकिन इससे डीसी लाइन व आसपास के कालोनियों के साथ साथ बांसजोडा लोयाबाद सडक मार्ग पर से खतरा नहीं टला है। यह स्थाई समाधान नहीं है। प्रबंधन द्वारा जब तक इस आग और गैस पर काबू पाने के लिए कोई बेहतर उपाय नहीं किया जाता है तब तक खतरा बना रहेगा। प्रबंधन द्वारा स्थाई हल तलाश करने के बजाय जब जब किसी अखबार में खबर छपती है तो मिट्टी की भराठी करा कर अपनी जिम्मेदारियों से इतिश्री कर लिया जाता है। जिस स्थान पर निकल रही आग व गैस स्थल पर मिट्टी की भराठी कराई जाती तो फिर दुसरे स्थान से आग और गैस निकलना शुरू हो जाता है। आग और गैस से आसपास कालोनियों में रह रहे लोग काफी परेशान हैं। इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को भी गैस से सांस फूलने लगती है। लोगों की बात माने तो काफी तेजी से आग फैल रही है। करीब 200 फिट के दायरे में आग फैल चुकी थी।रहरहक आवाज के साथ जमीन धंसने का सिलसिला भी जारी है । पिछले कुछ दिनों से भूधसान और आग एक लावा का मुंह जैसा बनाकर लगातार अपना दायरा बढाते जा रहा है ।नीचे में भारी मात्रा में कोयला भी जो धीरे धीरे जलता जा रहा है।जानकारों का कहना है कि सीओ गैस निकल रहा है।ऐसी जगहों पर ऑक्सीजन गैस की मात्रा काफी कम हो जाती है।कभी कोई बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।फिलहाल मिट्टी की भराठी के बाद आग और गैस के रिसाव में थोड़ी कमी आई है। कोलियरी पीओ एस माजी का भी मानना है कि यह स्थाई समाधान नही है। मिट्टी की भराठी कराने में बीसीसीएल के सेफ्टी ऑफिसर बिनोद सिन्हा, मनोज मिश्रा, रोबिन और संजय पांडे, राम राज भर आदि अधिकारी व कर्मी लगे हुए हैं।
पेयजलापूर्ति की योजना पर लग सकता है ग्रहण
पेयजलापूर्ति योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई भी की गई है। पाइप भी गिर चुका है। यदि निकल रही आग और गैस की रोकथाम के लिए सही कदम नहीं उठाया गया तो इस जलापूर्ति योजना पर ग्रहण लग सकता है।
“मिट्टी की भराठी कराकर बाहर से आग को मिल रही हवा को रोक दिया गया है। इससे आग फैलने में कमी आएगी।अंदर से हवा मिलेगी तो फिर यह अपना रंग दिखायेगा।”
शहदेव माजी
पीओ