मार्क्सवादी नारी मोर्चा का जिला सम्मेलन सम्पन्न, हेमलता देवी अध्यक्ष तो सचिव बनी भानू प्रजापति

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डीजेन्यूज, धनबाद : सोमवार को मार्क्सवादी नारी मोर्चा का धनबाद जिला सम्मेलन गांधी सेवा सदन, धनबाद में बिजली देवी, पार्वती चक्रवर्ती एंव आरती बाउरी की अध्यक्षीय मंडली में संपन्न हुआ। सम्मेलन में मुख्य अतिथि मासस के केंद्रीय सचिव बबलू महतो एवं मार्क्सवादी युवा मोर्चा के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगदीश रवानी उपस्थित थे। सम्मेलन को संबोधित करते हुए बबलू महतो ने कहा कि महिला परिवार बनाती है, परिवार घर बनाता है, घर समाज बनता है और समाज ही देश बनता है। इसका सीधा अर्थ यही है कि महिला का योगदान हर जगह है। महिला की क्षमता को नजरअंदाज करके समाज की कल्पना करना व्यर्थ है। शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के बिना परिवार समाज और देश का विकास नहीं हो सकता। आज नारियां पुरुषों से किन्हीं भी मायनों में कम और घर की चाहरदीवारी में कैद नहीं है। वे उच्च शिक्षित है। डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक एवं अंतरिक्ष यात्री है तथा हर तरह के उच्चतम पदों पर भी आसीन हैं। वे अपने वस्त्रों एंव जीवन शैली के साथ अपने जीवन साथी का चुनाव करने के लिए स्वतंत्र है। केंद्र की मोदी सरकार ने महंगाई बढ़ाकर महिलाओ की घरेलु बजट को तहस-नहस कर दिया। वही राज्य के हेमंत सरकार ने महिलाओं को असुरक्षित कर दिया है।
मार्क्सवादी युवा मोर्चा के केंद्रीय कार्याकारी अध्यक्ष जगदीश रवानी ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा की नारियों ने साबित कर दिया है कि वे पुरुषों के समकक्ष नहीं बल्कि उनसे बेहतर है। इस बात में कोई संशय नहीं है कि नारी अपने जीवन में घर के सीमित दायरे के लिए नहीं बनी है। फिर भी नारी को यह भूलना नहीं चाहिए कि घर ही उनका किला और सबसे बड़ा कार्यक्षेत्र है। जिसकी कि वह अकेली आर्किटेक्ट है। नारी के द्वारा घर को घर जैसा बनाए रखने में किया गया प्रयास महान होता है। जिसमें वह अपने बच्चों का पालन पोषण कर उनका और देश का भविष्य संवारती है। जीवन की दौड़ में वह पुरुषों के समकक्ष ही नहीं बल्कि उनसे बेहतर है। वही जीवन की असली कलाकार है और पुरुष उसके हाथों का मात्र रंग और कागज है। यह दुनिया पल-पल बदलती रहती है और नारियों को भी समय को मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार लगातार बदलते रहना होगा।यह तय है कि नारी कोई वस्तु या दया की पात्र नहीं है। सभी को पता है कि मां के रूप में एक कमजोर दिखने वाली नारी को भी जब लगता है कि उसके बच्चों पर कोई खतरा है तो उनकी रक्षा करने के लिए वह रणचंडी का रूप धारण करने में कोई देर नहीं लगाती है।आम लोगों में राजनीति की नकारात्मक छवि तथा इनमें व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से भी महिलाएं राजनीति में कम रुचि लेती है। राजनीति एवं अन्य विविध क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि समाज में प्रत्येक स्तर पर महिला सशक्तिकरण तथा उनकी सामुदायिक भागीदारी के लिए प्रयास किए जाएं ताकि उनमें आत्मविश्वास क्षमता आदि गुणों का विकास हो। श्री रवानी ने 14 अप्रैल को शहीद गुरूदास चटर्जी की शहादत दिवस पर देवली तथा 22 एंव 23 अप्रैल को मासस का स्वर्णिम 50 वां वर्षगांठ पर सिंदरी कार्यक्रम में महिलाओ की अत्याधिक भागीदारी पर जोर दिया।
सम्मेलन में सर्वसम्मति से मार्क्सवादी नारी मोर्चा धनबाद जिला अध्यक्ष हेमलता देवी ,कार्यकारी अध्यक्ष हीरामणि टूडू, सचिव भानु प्रजापति, उपाध्यक्ष रिंकी देवी, सरोजिनी देवी ,गुड़िया देवी, रीता देवी ,सह सचिव यशोदा देवी, मिथिला देवी, संयुक्त सचिव ज्योति देवी, कोषाध्यक्ष ममता देवी, कार्यकारिणी सदस्य में पूर्णिमा देवी, पिंकी देवी, शिवानी देवी, रीता देवी, गुड़िया देवी, रीना बाउरी ,को बनाया गया।
सम्मेलन में मुख्य रूप से मासस जिला सचिव दिलीप महतो ,मार्क्सवादी युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष पवन महतो, दुलाल चंद्र बाउरी ,भीम रजक ,गयराम शर्मा, हीरालाल महतो, अजय महतो ,मुक्तेश्वर महतो, वेद प्रकाश सिंह,बुटन सिंह ,मीना बाउरी ,अनीता बाउरी ,आरती कुमारी, रीता देवी, पारो देवी ,ममता देवी, सुंदरी बाउरी कंचना देवी, संजू देवी, कंचन देवी, मुकेश सिंह ,सुजीत गोराय आदि शामिल थे।

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