अति नक्सल प्रभावित नोकोनिया पहुंचा जिला प्रशासन, विकास और जुड़ाव का अनूठा प्रयास
अति नक्सल प्रभावित नोकोनिया पहुंचा जिला प्रशासन, विकास और जुड़ाव का अनूठा प्रयास
सामुदायिक पुलिसिंग कैंप में उमड़े ग्रामीण, जिला और पुलिस प्रशासन की पहल को सराहा
नोकोनिया में विकास की झलक देखकर हो रही खुशी : उपायुक्त
सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत कई नक्सली मुख्यधारा में लौटकर जी रहे बेहतर : एसपी
डीजे न्यूज, पीरटांड़, गिरिडीह :
गिरिडीह जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र नोकोनिया में शनिवार को सामुदायिक पुलिसिंग कैंप का आयोजन किया गया। जिला पुलिस द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार, डीएफओ मनीष तिवारी और सीआरपीएफ कमांडेंट सुनील दत्त त्रिपाठी ने भाग लिया।
सामग्री वितरण से मिली राहत और खुशी
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न लाभुकों के बीच सामग्री का वितरण किया गया। बच्चों को क्रिकेट किट, युवाओं को क्रिकेट बैट और गेंद, युवतियों को कैरम बोर्ड, गृहणियों को बर्तन और जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़े वितरित किए गए। छोटे बच्चों के लिए स्वेटर और स्कूली बच्चों के बीच किताबें, कॉपियां और पेंसिल बांटी गईं।
मनरेगा से पलायन रोकने की पहल
गांव के 18 युवाओं को मनरेगा जॉब कार्ड प्रदान किए गए। उपायुक्त ने कहा कि यह पहल ग्रामीण युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर पलायन रोकने की दिशा में सहायक होगी।
महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान
कार्यक्रम में बाल विकास विभाग द्वारा गोद भराई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें गर्भवती महिलाओं को पोषण सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित की गईं। इस दौरान उन्हें संतुलित आहार और स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता भी दी गई।
सरकार की योजनाओं पर जोर
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा, “नोकोनिया में विकास की झलक देखकर खुशी हो रही है। प्रशासन के साथ जुड़ने वाले सभी ग्रामीण बधाई के पात्र हैं।” पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार ने सामुदायिक पुलिसिंग के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सरकार की सरेंडर पॉलिसी के तहत कई नक्सली मुख्यधारा में लौटकर बेहतर जीवन जी रहे हैं।
हरियाली के लिए अपील
सीआरपीएफ कमांडेंट सुनील दत्त त्रिपाठी और डीएफओ मनीष तिवारी ने ग्रामीणों से क्षेत्र को हराभरा बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की।
भारी जनसमूह की उपस्थिति
कार्यक्रम में खुखरा और नोकोनिया गांव से बड़ी संख्या में महिलाएं, युवा, बच्चे और वृद्ध शामिल हुए। उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, डीएफओ, सीआरपीएफ कमांडेंट, एएसपी सुरजीत कुमार, एसडीपीओ सुमित प्रसाद, बीडीओ मनोज मरांडी और सीओ गिरिजानंद किस्कू समेत कई वरीय अधिकारियों और अर्धसैनिक बलों के जवानों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को प्रभावशाली बनाया।
सामुदायिक पुलिसिंग कैंप ने न केवल ग्रामीणों के साथ प्रशासन का जुड़ाव बढ़ाया, बल्कि विकास, जागरूकता और राहत के साथ उनके जीवन में नई उम्मीदें भी जगाईं।