वनोपज के व्यवहार से ठेकेदारी प्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त करें : डीएफओ

0
IMG-20230320-WA0026

डीजे न्यूज, धनबाद : सोमवार को वन प्रमंडल पदाधिकारी सह प्रबंध निदेशक, सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज जिला सहकारी संघ विकास पालिवाल की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिला के कृषि एवं वनोपज के सतत विकास के लिए बैठक की गई।

बैठक में सिद्धो-कान्हो कृषि एवं वनोपज जिला सहकारी संघ लिमिटेड के निदेशक पर्षद की बैठक में सहकारी संघ के उद्देश्य, कार्यालय व्यवस्था, स्थापना व्यय बजट, वर्ष 2023-24 के लिए कार्ययोजना प्रस्ताव, भंडारण की बेहतर व्वस्था, प्रबंधन पर चर्चा, कार्यशील पूंजी की मांग एवं उपविधि में संशोधन के लिए सुझाव मांगे गए।

साथ ही प्रखंड एवं जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन एवं प्रभावी प्रचार-प्रसार पर योजना प्रस्ताव पर विचार किया गया। इसके अलावा संघ की सदस्यता ग्रहण और तीन विशेष एक्सपर्ट प्रतिनिधि को शामिल करने के अभियान पर बल दिया गया।

प्रबंध निदेशक ने बताया कि धनबाद में कुल 247 पैक्स की सदस्यता की संख्या है जिसमें से अब तक कुल 22 पैक्स ने इसकी सदस्यता ली है। उन्होंने छूटे हुए पैक्स को जल्द सदस्यता दिलाने का निर्देश दिया।

इस दौरान किसानों का सतत विकास करते हुए उनके हर उपज को बढ़ावा देना, धान अधिप्राप्ति जैसे महत्वपूर्ण कार्य का क्रियान्वयन, सिदो कान्हो कृषि एवं वनोपज जिला सहकारी संघ लिमिटेड के निदेशक पर्षद की बैठक में कार्यालय व्यवस्था, स्थापना व्यय बजट, वर्ष 2023-24 के लिए कार्य योजना प्रस्ताव, भंडारण व्यवस्था, कार्यशील पूंजी की मांग, उपविधि में संशोधन हेतु सुझाव, प्रखंड एवं जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन एवं प्रचार-प्रसार, राज्य संघ की सदस्यता ग्रहण आदि विषय पर चर्चा हुई।

मौके पर कृषि एवं वनोपज का उत्पादन संकलन, प्रसंस्करण, अनुसंधान तथा विकास के विभिन्न गतिविधियों को सहकारी आधार पर संगठित करने, क्रय एवं वितरण की ऐसी व्यवस्था करना जिससे कि सदस्यों को सर्वोत्तम लाभ मिल आदि कार्य योजना पर चर्चा की गई।

वन प्रमंडल पदाधिकारी ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य कृषि एवं अनुषंगी गतिविधियों तथा वनोपज के व्यवहार से ठेकेदारी (बिचौलिया) प्रथा को पूर्ण रूप से समाप्त कर अनुसूचित जनजाति एवं ग्रामीणों को उनके द्वारा उत्पादित एवं संग्रहित उत्पादों का उचित पारिश्रमिक दिलवाना, कृषि एवं वनोपज जैसे धान, गेहूं, सब्जी, फल, मधु, लाह, इमली, आंवला, महुआ, करंज, कुरथी, बहेड़ा, रेशम आदि का उत्पादन एवं क्रय विक्रय की ऐसी व्यवस्था करना जिससे कि सदस्यों को इसका उचित लाभ मिल सके है।

बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालिवाल, जिला सहकारिता पदाधिकारी रूमा झा, सहयोग समितियां, पैक्स के निर्वाचित सदस्य, विधायक टुंडी के प्रतिनिधि जगदीश चौधरी, विधायक झरिया के प्रतिनिधि केडी पांडेय, जिला कृषि कार्यालय व जिला उद्योग केन्द्र के प्रतिनिधि व साधारण सदस्य सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *