बाल संरक्षण के प्रति लोगों को करें जागरूक : उपायुक्त

0
IMG-20230311-WA0015

डीजे न्यूज, गिरिडीह :  समाहरणालय सभागार कक्ष में उपायुक्त, नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में जिला बाल संरक्षण समिति एवं जिला लाइन सलाहकार बोर्ड की बैठक हुई। बैठक के दौरान जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने बाल संरक्षण सेवाओं से संबंधित कार्यक्रमों की जानकारी दी जिला में बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के गठन हो जाने की भी जानकारी दी गई। बाल संरक्षण सेवाओं के अंतर्गत संचालित सभी शाखाओं के बारे में विस्तरित रूप से बताया गया। बैठक में उपस्थित संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों ने बाल संरक्षण से संबंधित अपने कार्यों एवं दायित्वों से अवगत होते हुए आने वाली समस्याओं से उपायुक्त को अवगत कराया।

उपायुक्त द्वारा ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति एवं प्रखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति को सक्रिय करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त, नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि बाल संरक्षण के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने एवं जनमानस को संवेदनशील बनाने के लिए संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ जमीनी स्तर पर गहनता से काम करें। साथ ही फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण सुनिश्चित करने एवं विशेषकर बाल विवाह पर अंकुश लगाने हेतु चाइल्डलाइन को निर्देशित किया गया। साथ ही श्रम विभाग के साथ समन्वय बनाते हुए महीने में एक बार क्षेत्र निर्धारित करते हुए छापेमारी कर बाल श्रमिकों को रेस्क्यू करने का आदेश दिया गया। भवन निमार्ण पदाधिकारी को निर्माण कार्यों में बाल मजदूरी पर रोक लगाने हेतु निर्देशित किया गया। बाल विवाह के नोडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बाल विवाह के मामले में रोक लगाते हुए आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को जिले के ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद बच्चों को स्पांसरशिप योजना से लाभान्वित करने का निर्देश दिया गया।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले के 5 प्रखंडों (गिरिडीह, डुमरी, गांवा, तिसरी और गांडेय )में प्रखंड बाल संरक्षण समिति का गठन किया गया है। तथा आंगनबाड़ी स्तर पर समिति का गठन किया गया है। शेष 08 प्रखंडों में प्रखंड बाल संरक्षण समिति तथा आंगनबाड़ी स्तर पर समिति का गठन किया जाना है। इसके अलावा जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जिले में स्पॉन्सरशिप योजना के तहत कई बच्चों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले के कुल 234 बच्चों को स्पॉन्सरशिप योजना के तहत लाभान्वित किया गया है। जिनमें गिरिडीह प्रखंड के 112, पीरटाड़ के 05, डुमरी के 05, बगोदर के 08, सरिया के 06, बिरनी के 22, धनवार के 05, जमुआ के 29, गांवा के 02, देवरी के 08, बेंगाबाद के 15 तथा गांडेय के 17 तथा कुल 234 बच्चों को लाभान्वित किया गया है। इसके अलावा बैठक में उपायुक्त द्वारा जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि बीसीपीसी सदस्यों और वीसीपीसी सदस्यों का प्रशिक्षण संपन्न कराएं। साथ ही प्रखंड बाल संरक्षण समिति सदस्यों का प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर पर किया जाय। इसके साथ ही ग्राम बाल संरक्षण समिति सदस्यों का प्रशिक्षण सम्पन्न कराएं। खासकर सेविका, मुखिया, वार्ड सदस्य। प्रत्येक सदस्यों को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराएं। साथ ही साथ बाल विवाह निषेध पर जागरूकता अभियान चलाया जाए। अक्षय तृतीया एक ऐसा दिन है जिसमें बड़ी संख्या में बाल विवाह होते हैं। इस दिन विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

● बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थें।

इस खबर को शेयर करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *