स्कूलों के आसपास न हो तंबाकू की बिक्री, यह सुनिश्चित करें डीईओ : अपर समाहर्ता
डीजे न्यूज, गिरिडीह : अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग और सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के संयुक्त तत्वावधान में संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
अपर समाहर्ता भेंगरा ने अपने संबोधन में कहा कि तम्बाकू के सेवन से न सिर्फ सेहत पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है साथ ही आर्थिक नुकसान भी होता है। तम्बाकू सेवन न करके जिंदगी के साथ साथ आर्थिक नुकसान को भी बचाया जा सकता है। उन्होंने तम्बाकू नियंत्रण हेतु छापामार दस्ते के सदस्यों को निर्देश दिया कि शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में अवस्थित सभी तम्बाकू उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को हटवाते हुए नियमित रूप से छापामारी की कारवाई सुनिश्चित की जाय। सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से अपने अपने कार्यालयों मे तम्बाकू मुक्त क्षेत्र का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा कि इस अभियान को सफल करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करनी होगी। जिससे हम अपने आने वाली पीढ़ी के भविष्य को तम्बाकू के दुष्परिणामो से बचा सकते हैं। साथ ही समाज के आम लोगों के बीच जाकर लोगों को तंबाकू का सेवन नहीं करने हेतु प्रेरित एवं जागरूक करना होगा। जिससे तंबाकू सेवन पर नियंत्रण करने में सफलता मिलेगी।सभी स्तर पर तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोविड-19 से लड़ रहे हैं उसी प्रकार हमें तंबाकू को समाप्त करने हेतु लड़ाई लड़नी होगी।
तम्बाकू नियंत्रण हेतु राज्य सरकार की तकनीकी सहयोगी संस्था सोशियो इकोनॉमिक एण्ड एजुकेशनल डेवलपमेंट सोसाईटी (सीड्स) के कार्यपालक निदेशक दीपक मिश्रा ने राज्य सरकार एवं सीड्स के द्वारा संयुक्त रूप से राज्य के सभी 24 जिलो में चलाए जा रहे तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत COTPA-2003 की विभिन्न धाराओ के बारे में विस्तार से बताया। दीपक मिश्रा के द्वारा मौजूद अधिकारियों को तंबाकू संबंधित उत्पादों पर रोक लगाने हेतु उठाए जाने वाले कदमों आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। मिश्रा के द्वारा मौजूद सभी अधिकारियों को समय-समय पर सरकार द्वारा तंबाकू नियंत्रण के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों एवं उनके अनुपालन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी। मिश्रा ने बताया कि तंबाकू सेवन करना एक खतरनाक आदत है जहां छोटे-छोटे बच्चे हैं वहां तो स्थिति और भी अधिक नाजुक बन जाती है। तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम को अभियान के रूप में चलाए जाने के काफी अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान अपर समाहर्ता ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को नियमित रूप से जिले में स्थित शैक्षणिक संस्थानों का निरीक्षण करने एवं संस्थानों के 100 गज की दूरी तक किसी भी प्रकार के तंबाकू उत्पादों की बिक्री ना होने देना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके लिए उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी को नियमित रूप से विद्यालय प्रबंधन समिति के साथ बैठक करने एवं उचित दिशा निर्देश देने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान अपर समाहर्ता ने जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को अखबारों तथा सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए तम्बाकू पदार्थो से होने वाले नुकसान के प्रति लोगों को जागरूक करने का निदेश दिया।
बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ एस पी मिश्रा को तंबाकू नियंत्रण के तहत जिले में हो रहे कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा करने एवं इससे संबंधित प्रतिवेदन नियमित रूप से जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। कार्यक्रम के दौरान अपर समाहर्ता ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यालयों में तंबाकू मुक्त संस्थान का साईनेज लगाना सुनिश्चित करें।
विदित हो कि सार्वजनिक स्थलों यथा सिनेमा हॉल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सार्वजनिक सड़क, शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों सहित अन्य स्थानों पर धूम्रपान करना दंडनीय अपराध है। कार्यशाला में जिले के सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावे पुलिस के अधिकारी भी उपस्थित हुए। अपर समाहर्ता ने सभी प्रतिभागियों को तम्बाकू सेवन नहीं करने का शपथ भी दिलवाया।
कार्यशाला में सभी अनुमंडल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, तंबाकू नियंत्रण कोषांग के नोडल पदाधिकारी, जिला स्तरीय प्रशासनिक तथा पुलिस पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी थाना प्रभारी, सीड्स के प्रतिनिधियों सहित अन्य उपस्थित थे।