कोलकाता डाक्टर रेप और मर्डर के खिलाफ सड़क पर उतरीं स्कॉलर बीएड की बेटियां
कोलकाता डाक्टर रेप और मर्डर के खिलाफ सड़क पर उतरीं स्कॉलर बीएड की बेटियां
पूरा स्कॉलर बीएड कॉलेज परिवार प्रतिवाद मार्च में हुआ शामिल, हाथों में तख्तियां लेकर की हत्यारों को फांसी देने की मांग, आम लोगों ने भी कोलकाता की बेटी के दर्द से खुद को जोड़ा, महिला हिंसा रोकने की गूंजी आवाज
डीजे न्यूज, गिरिडीह : कोलकाता में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या से गिरिडीह के लोगों का गुस्सा उफान पर है। दुष्कर्मी हत्यारों को फांसी देने की मांग जोर पकड़ रही है। गुरुवार की सुबह करीब दस बजे स्कॉलर बीएड कॉलेज गिरिडीह की बेटियों ने इस कांड के खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध किया है। पूरा कॉलेज परिवार इस विरोध में शामिल रहा है। कॉलेज परिवार ने इस कांड के खिलाफ प्राचार्य एवं प्रसिद्ध शिक्षाविद डा. शालिनी खोवाला के नेतृत्व में प्रतिवाद मार्च निकाला। झंडा मैदान से निकलकर प्रतिवाद मार्च मधुबन वेजिस-मकतपुर चौक-काली बाड़ी-टावर चौक-मधुबन वेजिस होते हुए वापस झंडा मैदान लौटा। कॉलेज के प्रशिक्षुओं के साथ-साथ सभी शिक्षक, कर्मचारी एवं प्रबंधन समिति के लोग इसमें शामिल हुए। कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्रों ने भी इस मार्च में भाग लिया। कॉलेज की सैकड़ों बेटियां एवं बेटे हाथों में तख्तियां लेकर पूरे शहर में मार्च कर रहे थे।
इन तख्तियों में पीड़िता के लिए न्याय, महिलाओं और बच्चियों पर हमला बंद करने, दोषियों को फांसी देने की मांग की गई थी। न्याय की देवी के रूप में आंखों में काली पट्टी बांधकर डेजी रानी चल रही थीं। पूरा शहर इस प्रतिवाद मार्च के माध्यम से कोलकाता की डाक्टर बेटी के साथ हुई दरिंदगी से रूबरू हो रहा था। सड़क से गुजरने वाले आम लोग भी इस मार्च के माध्यम से खुद को कोलकाता कांड की पीड़ा से जोड़ रहे थे और हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रहे थे। मार्च में शामिल सभी लोग महिलाओं के खिलाफ हिंसा बंद करने एवं दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे। इस मौके पर प्राचार्य डा. शालिनी खोवाला ने कहा कि महिला डाक्टर के साथ जो दरिंदगी हुई है, वह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। रैली में शामिल सलूजा गोल्ड स्टील के चेयरमैन अमरजीत सिंह सलूजा ने दुष्कर्मी हत्यारों को फांसी देने की मांग की। प्रतिवाद मार्च में विकास खेतान, प्रमोद कुमार, निर्मल सलमपुरिया, प्रदीप अग्रवाल, स्कॉलर बीएड कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र संघ के रोहित पांडेय, मुकेश कुमार, अमर सोनी, सिद्धि सिन्हा, बरंजित कौर, अजय कुमार के अलावा कॉलेज के सभी सहायक व्याख्याता एवं सैकड़ों की संख्या में प्रशिक्षु भी शामिल थे।