आईआरबी कैम्प में समाया श्मशान घाट
आईआरबी कैम्प में समाया श्मशान घाट
पालगंज के ग्रामीणों में गुस्सा, उपायुक्त से मिल करेंगे समाधान की मांग
डीजे न्यूज, पीरटांड़, गिरिडीह : पालगंज के श्मशान घाट को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। पालगंज के पंचायत समिति सदस्य जोगेंद तिवारी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने यह निर्णय लिया है कि वे जल्द ही उपायुक्त से मिलकर इस मामले का समाधान करेंगे। इस मुद्दे पर बैठक आयोजित कर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
जोगेंद तिवारी ने बताया कि पालगंज के कुलमती नदी के किनारे वर्षों से श्मशान घाट था, जहां ग्रामीण अपनी धार्मिक क्रियाएँ करते आए हैं। लेकिन आईआरबी कैम्प के निर्माण के कारण अब यह श्मशान घाट चहारदीवारी के अंदर समाहित हो गया है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पहले भी उपायुक्त से शिकायत की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है।
आदित्य पांडेय ने कहा कि पथलचपरा घाट पर जो शव दाह, पिंड क्रिया आदि की जाती थी, वह भी अब बंद होती जा रही है, जिससे ग्रामीणों को कठिनाई हो रही है। उमेश साहू ने बताया कि आईआरबी कैम्प निर्माण में कई अनियमितताएँ हैं और अंचल द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है। इसके बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिससे ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है।
पालगंज में आईआरबी कैम्प के निर्माण के लिए 45 एकड़ सरकारी भूमि का उपयोग किया जा रहा है। इस समय वहां बाउंड्री वॉल का काम चल रहा है। अब ग्रामीण इस मुद्दे को लेकर उपायुक्त से मिलकर समाधान की मांग करने का निर्णय लिया है।