लोकतंत्र की सुदृढ़ता और विचारों की क्रांति में मीडिया का योगदान अहम : डीसी
लोकतंत्र की सुदृढ़ता और विचारों की क्रांति में मीडिया का योगदान अहम : डीसी
डीजे न्यूज, धनबाद : लोकतंत्र को सुदृढ़ बनाने और विचारों की क्रांति में मीडिया का अतुल्य योगदान है। पूर्व में मीडिया एक संस्थान तक सीमित था, परंतु वर्तमान में मीडिया के स्वरूप में विस्तार और उसमें बड़ा बदलाव हुआ है। एक पाठक के रूप में हर व्यक्ति के हाथों तक मीडिया पहुंच चुका है। यह बातें डीसी वरुण रंजन ने कही। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर धनबाद क्लब में मीडियाकर्मियों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में मीडिया विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। डीसी ने कहा कि पहले सीमित समय पर लोगों को समाचार उपलब्ध होते थे। संचार क्रांति और इंटरनेट ने मीडिया को सशक्त बनाया है। अब 24 घंटे सातों दिन विभिन्न माध्यमों से मीडिया विश्व के कोने-कोने तक लोगों की पहुंच में है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर प्रकाश डालते हुए उपायुक्त ने कहा कि यह आने वाली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी है। मीडिया कर्मियों को इस परिवर्तन के साथ अपने को ढालना चाहिए। इससे आने वाले समय में क्या ट्रेंड है उसकी पहचान करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि हर नई तकनीक का अच्छा और बुरा दोनों पहलु होता है। वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मीडिया कर्मियों को रोजमर्रा के कार्य में सहायता प्रदान करेगा। यह आर्टिकल लिखने, न्यूज़ की प्रस्तुति अच्छे से करने, पत्रकारिता को बेहतर बनाने, ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाने में सहायक सिद्ध होगा। मीडिया कर्मियों को बदलते समय के साथ अपने को बदलना है। समय के साथ उनके पाठक का स्वरूप भी बदल जाएगा।
उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर इंटरनेट और एंड्राइड मोबाइल से बड़ा होगा। यह एक नई इकोसिस्टम तैयार करेगा। इसको आप अपने लिए कैसे इस्तेमाल करते हैं यह आप पर निर्भर है।
उपायुक्त ने कहा कि देश के विकास, जनता का कल्याण, समाज को बेहतर बनाने, सरकार या प्रशासन की खामियों की आलोचना मीडिया अपनी विश्वसनीयता बरकरार रखते हुए करें। आइआइटी आइएसएम के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉक्टर प्रमोद पाठक ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण होनी चाहिए। किसी विषय का कुप्रचार करने में इसकी बड़ी भूमिका रही है। इसलिए मीडिया को आगे बढ़कर अपनी भूमिका निभानी होगी और सत्य और असत्य को पहचानना होगा। उन्होंने कहा कि मीडिया को गुड एआई एवं बेड एआई में फर्क करना होगा। कोई भी फैसला अपने विवेक से लेना होगा। आम लोगों तक मीडिया सच्चाई लाने का प्रयास करें और ह्यूमन इंटेलिजेंस को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से ऊपर रखे। बिहार ऑब्जर्वर के संपादक गणेश मिश्रा ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण बहुत सारी घटनाओं को तोड़ मरोड़ कर और भ्रामक रूप से प्रकाशित व प्रसारित किया जा रहा है। प्रेस क्लब धनबाद के अध्यक्ष अशोक कुमार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सोच समझकर उपयोग करने की अपील की। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी उर्वशी पांडेय ने सभी मीडिया कर्मियों का स्वागत किया। संचालन घनश्याम दुबे ने किया।