सड़क निर्माण में गड़बड़ी, ठेकेदार व इंजीनियरों को फटकार
डीजे न्यूज, गिरिडीह : फतेहपुर मोड़ से बोंगी (बिहार बार्डर) भाया भेलवाघाटी पथ के पुननिर्माण कार्य में अनियमितता की शिकायत को लेकर विभाग के क्वालिटी कंट्रोल टेक्निकल सेल के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार वर्मा एव़ं सहायक अभियंता मनोज कुमार चौधरी जांच करने गुरुवार को फतेहपुर से भेलवाघाटी तक पहुंचे थे। जांच के दौरान रोड निर्माण कार्य में गुणवत्ता में गड़बड़ी को लेकर निर्माण करने वाली कंपनी ॐ नमः शिवाय कंट्रक्शन के संवेदक, जेई सत्येंद्र सिंह एवं विमल कुमार को फटकार लगाई। कठोर कार्यवाही करते हुए गुणवता के साथ सड़क निर्माण कार्य करने की चेतावनी दी ।
बताते चलें कि देवरी -चतरो मुख्य मार्ग के फतेहपुर मोड़ से बोंगी ( बिहार सीमा तक ) भाया भेलवाघाटी ( कुल लंबाई 15.810 कि.मी.) पथ का पुनः निर्माण कार्य ऊॅ नमः शिवाय कंट्रक्शन कम्पनी लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा है। पथ निर्माण कार्य में कई अनियमितता किया जा रहा है। गार्डवाल व पुलिया तथा पथ निर्माण में मिट्टी व अभ्रक युक्त बालू लगाया जा रहा है। पूर्व में कालीकरण किया हुआ सड़क का बोल्डर उखाड़कर कर जैसे-तैसे उसी स्थान पर ढक कर नया बोल्डर ऊपर से देकर दबा दिया जा रहा है। सड़क में काला पत्थर का डस्ट की जगह स्थानीय नदी से मिट्टी-अबरख मिला बालू बोल्डर के ऊपर डाल रहा है। ग्रामीणों ने मिट्टी व अभ्रख उक्त बालू नहीं देने तथा पूर्व में कालीकरण का बोल्डर हटाने की मांग की। सड़क निर्माण में स्थानीय निम्न गुणवत्ता का पत्थर बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जा रहा है। गार्डवाल कम सीमेंट-मिट्टी युक्त बालू देकर बिना नीचे ढलाई किए दीवाल उठाया गया है। गार्डवाल के ऊपर ढलाई भी नहीं किया गया है। इससे गार्डवाल टूट गया है। सिर्फ हाथ लगाने से उखड़ जा रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिया में भी इसी तरह घटिया निर्माण किया गया है। कम छड़ सीमेंट और स्थानीय मिट्टी-अब्रख मिला बालू घाटिया पत्थर छर्री देकर ढलाई किया गया है। ऐसे में इसकी गुणवत्ता और भार वहन का अनुमान आसानी से लगा सकते हैं। ऐसे में इस सड़क में सिर्फ दुर्घटना ही होगी और सड़क कुछ महीने में ही बदतर हो जाएगा। भेलवाघाटी स्थित अरगा नदी पर पुल का निर्माण अब तक शुरू भी नहीं किया गया है। खराब सड़क निर्माण के संबंध में पहले भी आवेदन दिया गया था। कई बार ग्रामीण एवं मीडिया में भी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठा था, लेकिन संवेदक को कोई फर्क नही पड़ा है। घटिया सड़क निर्माण जारी है। संवेदक द्वारा जांच टीम के उच्च अधिकारियों को नक्सली क्षेत्र होने का भय बताकर धोखा में रखने भी प्रयास किया गया लेकिन स्थानीय ग्रामीणों के आग्रह पर टीम ने कार्य की जांच की। फतेहपुर बोंगी सड़क की लागत ढाई करोड़ रुपये प्रति किमी है। फिर भी सड़क निर्माण में गुणवत्ता कहीं नहीं दिख रही है।