फाइलेरिया से मुक्ति के लिए दवा है वरदान : सिविल सर्जन

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डीजे न्यूज ,धनबाद  : फाइलेरिया उन्मूलन के लिए 10 फरवरी से 25 फरवरी तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसमें जिले की शत प्रतिशत आबादी को दवा खिलाने को लेकर सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने आज कहा कि जिस प्रकार पोलियो की खुराक ने लोगों को बचाया उसी प्रकार से फाइलेरिया की तीन गोली भविष्य में होने वाली विकृति से बचाएगी।

सिविल सर्जन ने कहा कि अभी तक फाइलेरिया पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है क्योंकि इसकी तीन गोली खाने के लिए जनता सहयोग नहीं कर रही है। जबकि इससे बचाव के लिए दवा खाना अत्यंत जरूरी है। दवा के सेवन से शरीर में पनपने वाले माइक्रोफाइलेरिया खत्म हो जाते हैं। भविष्य में होने वाली किसी भी प्रकार की विकृति से इंसान बच जाता है। यह जानलेवा बीमारी नहीं है लेकिन इसकी वजह से शरीर में विकृति पैदा होती है। इसलिए इस रोग के बचाव के लिए एमडीएम कार्यक्रम के दौरान सभी व्यक्तियों को दवा का सेवन करना आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि विगत दिनों स्वास्थ्य विभाग ने जिले के आठ प्रखंड के 16 गांव में 4800 लोगों की रात्रि में जांच कर नाइट ब्लड सैंपल लिया था। जिसमें 129 पॉजिटिव स्लाइड मिली जो चिंता का विषय है।

मांस ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम को लेकर उन्होंने बताया कि 10 फरवरी को जिले के 2231 बूथ पर 4468 स्वयंसेवक द्वारा 26 लाख से अधिक लोगों को अपने सामने दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। अभियान को सफल बनाने के लिए 332 सुपरवाइजर भी क्रियाशील रहेंगे। वहीं छूटे हुए लोगों को 11 से 25 फरवरी तक दवा प्रशासक द्वारा घर-घर जाकर अपने सामने डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की खुराक खलाई जाएगी।

वहीं 10 फरवरी से 25 फरवरी तक सभी सीएचसी, पीएचसी, सदर अस्पताल, शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, रेलवे अस्पताल, सेंट्रल हॉस्पिटल, सहित बीसीसीएल के सभी अस्पतालों में सुबह 10:00 बजे से संध्या 4:00 तक यह दवा उपलब्ध रहेगी।

इस तरह दी जाएगी दवा की खुराक

1 से 2 साल तक के बच्चे को एल्बेंडाजोल की आधी गोली (200 एमजी) पानी में घोलकर। 2 से 5 वर्ष तक को डीईसी की एक गोली (100 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली (400 एमजी), 6 वर्ष से 14 वर्ष तक डीईसी की 2 गोली (200 एमजी), एल्बेंडाजोल की एक गोली, 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली 300 (एमजी) एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली।

इन्हें नहीं दी जाएगी दवा

एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं अत्यंत वृद्ध एवं गंभीर बीमार व्यक्तियों को दवा की खुराक नहीं दी जाएगी।

मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत जिले के 1165 गांव की आबादी को दवा का सेवन कराने के लिए 34 पीएचसी, 146 एचएससी व 2231 बूथ पर दवा उपलब्ध रहेगी। इसमें 66 लाख 11 हजार 670 डीईसी तथा 26 लाख 46 हजार 711 एल्बेंडाजोल गोली की आवश्यकता रहेगी।

बैठक में जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ सुनिल कुमार, फाइलेरिया अधिकारी डॉ सुधा सिंह, जिला वीबीडी पदाधिकारी रमेश कुमार सिंह, मुकेश कुमार, अविनाश चन्द्रा, उत्तम सिंह, उमेश चन्द्रा व अन्य लोग मौजूद थें।

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