एक करोड़ के इनामी अनल दा, उसके भाई समेत पांच पर यूएपीए में चार्ज फ्रेम
एक करोड़ के इनामी अनल दा, उसके भाई समेत पांच पर यूएपीए में चार्ज फ्रेम
पीरटांड़ को धनबाद से जोड़ने वाली सड़क निर्माण कर रही कंपनी से लेवी नहीं मिलने पर वाहनों को जलाने का मामला
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
यूएपीए में राज्य सरकार से अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद
एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल दा, उसके भाई चूंडा मांझी उर्फ कल्लू
समेत पांच हार्डकोर नक्सलियों के खिलाफ चार्ज फ्रेम किया गया है। जिला जज वन सह यूएपीए के विशेष न्यायाधीश गोपाल पांडेय की अदालत में आरोपित चंद्रमोहन राय, दीपक सिंह, मिथिलेश, संतोष और चूंडा मांझी उर्फ कल्लू के खिलाफ यूएपीए में चार्ज फ्रेम किया गया। अनल दा पीरटांड़ के झरहा बालेथान का रहने वाला है। पुलिस इस मामले में पतिराम मांझी उर्फ अनल दा के अलावा 25 लाख के इनामी अजय महतो उर्फ टाइगर, पुलिस के समक्ष सरेंडर करने वाले इनामी नुनुचन्द महतो, संतोष महतो, गिरफ्तार 15 लाख के इनामी नक्सली कृष्णा हासदा, बिरसेन दा, साहबराम मांझी, कार्तिक महतो, जोगेश्वर महतो, श्याम और रणविजय महतो के खिलाफ न्यायालय में सरकार का अभियोजन स्वीकृति दाखिल की है।
नामजद नक्सली आरोपित जीतन मरांडी की हो चुकी है मौत
यह मामला पीरटांड़ थाना क्षेत्र का है।मेसर्स गणेश कंस्ट्रक्शन कंपनी पीरटांड़ से धनबाद को जोडने वाली पक्की सड़क का निर्माण कर रही थी। निर्माण करा रही कंपनी से लेवी नहीं मिलने से गुस्साए भाकपा माओवादी संगठन के सदस्यों ने रात में धावा बोल दिया था।कंपनी के मुंशी को मारपीट कर बंधक बना लिया था। वहीं निर्माण में लगी दर्जनों वाहनों को जला दिया था। इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार हुए नक्सली आरोपित जीतन मरांडी की न्यायालय में वाद विचरण के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में जिला प्रशासन को यूएपीए में अभियोजन स्वीकृति देने में छह साल लग गए। पहले यह मामला मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में छह सालों तक चला।यूएपीए में अभियोजन स्वीकृति मिलने के बाद सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में भेजा गया था। जहां अतिरिक्त धारा में चार्ज फ्रेम किया गया।