16 से दूसरे राज्यों से खाद्यान्न नहीं मंगाएंगे व्यवसायी
डीजे न्यूज, गिरिडीह :
गिरिडीह के सभी मुख्य खाद्यान्न, तेल, दाल, आलू, प्याज, पशुआहार आदि के विक्रेताओं की एक बैठक गिरिडीह ज़िला चैंबर ऑफ कॉमर्स के तत्वावधान में स्थानीय मोदी धर्मशाला में सम्पन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला ने कहा कि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने 25 मार्च को सभी प्रकार के कृषि उत्पादों पर दो प्रतिशत कृषि टैक्स लगाने का विधेयक पारित कराया गया है। यह झारखंड जैसे खनिज प्रधान प्रदेश के लिए बिल्कुल अब्यवहारिक है।
बिहार, बंगाल, ओडिसा जैसे कृषि प्रधान राज्यों में भी कृषि टैक्स को भ्रष्टाचार और दोहन का प्रतीक मानते हुए इसे वर्षों पहले हटा दिया गया है। झारखंड के कृषि मंत्री ने इसे किसानों के हित का बताते हुए इसे राज्य में लागू करने का निर्णय लिया है, जो सरासर गलत है। इससे किसानों का कोई भला नहीं होगा, उल्टे जनता को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। साथ ही भ्रष्टाचार, दोहन, उत्पीडन, कालाबाजारी, टैक्सचोरी आदि का सिलसिला पुनः शुरू होगा जिससे सरकार को राजस्व की हानि ही होगी।
आज ज़िला की सभी खाद्यान्न मंडियों के व्यापारी अपने अपने क्षेत्र में बैठक कर रहे हैं और फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर के आह्वान पर समस्त राज्य के व्यवसायी आगामी 16 मई से किसी भी तरह का खादय पदार्थ दूसरे राज्यों से अपने यहां नहीं मंगाने का निर्णय ले लिए हैं।
कल शहर में इसे माइक द्वारा प्रसारित भी कराया जायेगा।