कारोबारी ज्योति की हत्या उसके सगे भाई ने कराई थी, दोस्त समेत गया जेल
संजीत तिवारी, धनबाद : राजगंज के खरनी मोड़ के समीप सनसाइन कंट्री कालोनी निवासी व जूस कारोबारी ज्योति रंजन की हत्या की गुत्थी धनबाद पुलिस ने 48 घंटे में सुलझा ली है। ज्योति की हत्या उसके सगे छोटे भाई ने ही कराई थी। पुलिस ने उसके छोटे भाई सौरव शर्मा व उसके दोस्त श्रीकांत कुमार को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है। शनिवार को एसएसपी संजीव कुमार ने प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी है।
एसएसपी ने बताया कि सौरव व उसके दोस्त के पास से एक पिस्टल व एक देसी कट्टा बरामद हुआ है। ज्योति की हत्या कट्टे से गोली मार कर की गई थी। पुलिस ने उसकी गाड़ी से जो मैगजीन बरामद की थी वह इनके पास मिले पिस्टल का ही है। हत्या की सारी प्लानिंग सौरव के दोस्त तेतुलमारी निवासी श्रीकांत ने की थी। शूटर को भी उसी ने बुलवाया था। हत्या करने के लिए दो शूटर बिहार से आए थे। पुलिस अभी तक शूटरों गिरफ्तार नहीं कर पाई है। एक लाख रुपये में ज्योति की हत्या की सुपारी तय हुई थी।
घटना के बाद पुलिस परिवार वालों का काल डिटेल निकाली थी। उसके छोटे भाई सौरव शर्मा की बात पिछले कुछ दिनों से उसके दोस्त श्रीकांत व अन्य लोगों के साथ बहुत ज्यादा हो रही थी। पुलिस ने जब यह जानने के लिए श्रीकांत को हिरासत में लिया तो उसने पूरी कहानी बता दी। जिसके बाद पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपित सौरव शर्मा को शुक्रवार की रात अंतिम संस्कार के दौरान लिलोरी स्थाम श्मशान घाट से गिरफ्तार किया।
घर में दबंगई करता था ज्योति : सौरव शर्मा ने बताया कि उसका बड़ा भाई ज्योति रंजन शराब का आदि था। वह रोज शराब पीकर घर आता और घर वालों के साथ झगड़ा करता। बात – बात पर अपनी पत्नी को भी वह पीटता रहता था। उसे भी कई बार वह घर में पीट चुका है। सौरभ ने यह भी बताया कि ज्योति की मौत के बाद सारी प्रोपर्टी उसी की होने वाली थी। इसलिए उसकी हत्या कर दी।
घर के दूसरे सदस्यों पर भी पुलिस को शक : एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि अभी सिर्फ सौरव शर्मा के इस हत्याकांड में शामिल होने के सबूत मिले है। पुलिस को घर के दूसरे सदस्यों पर भी शक है। हो सकता है कि उसकी आदतों से सब परेशान हो चुके थे। इसलिए इस हत्याकांड की जानकारी उन्हें भी हो। इसकी जांच की जा रही है।
विदित हो कि ज्योति रंजन अपनी पत्नी दीपा और 5 साल के बेटे आरव के साथ गुरुवार को कार से दुर्गा पूजा की खरीदारी के लिए धनबाद आया था। शाम करीब साढ़े सात बजे वह वापस लौटा। वह घर के बाहर गाड़ी खड़ी कर उसमें बैठा था, जबकि पत्नी घर का गेट खोलने के लिए बाहर निकल कर आगे बढ़ी थी। कार का शीशा बंद था। इस दौरान अपराधियों ने दो गोली ज्योति को टारगेट कर शीशे के ऊपर चलाई। इसके बाद अपराधियों ने कार की फ्रंट गेट का शीशा तोड़ दिया। फिर दोबारा गोली मारी। शूटर ने ज्योति को हिला कर देखा, मौत हो जाने के बाद अपराधी मौके से भाग निकले। हादसे के वक्त कार में ही व्यवसायी का पांच साल का बेटा भी सवार था। पत्नी दीपा की चीख-पुकार सुनकर घर के लोग बाहर आए। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।