जल संरक्षण व वर्षा जल संचयन पर मंथन
जल संरक्षण व वर्षा जल संचयन पर मंथन
डीजे न्यूज, धनबाद : शनिवार को समाहरणालय सभागार में राहुल शर्मा संयुक्त सचिव, आयुष मंत्रालय की अध्यक्षता में पेयजल एवं स्वच्छता (जल शक्ति) मंत्रालय, भारत सरकार की “जल शक्ति अभियान” को लेकर बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में सबसे पहले उपायुक्त संदीप सिंह द्वारा पौधा देकर आयुष मंत्रालय के संयुक्त सचिव राहुल शर्मा एवं जिला योजना पदाधिकारी महेश भगत द्वारा टेक्निकल ऑफिसर सत्येंद्र कुमार का स्वागत किया गया।
बैठक की शुरुआत में उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह ने पीपीटी के मध्याम से धनबाद जिले में जल शक्ति अभियान के तहत 4 मार्च से हुए कार्य की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने जिले में चल रही योजना पर नवीनतम प्रगति और जल शक्ति अभियान के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न विभागों की भूमिका के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2019 से धनबाद इस अभियान में फोकस जिला है। फोकस जिला की सूची में शामिल होने के बाद इस अभियान में जिला द्वारा जल संरक्षण को लेकर कई तरह के कार्य किए गए हैं।
इस दौरान जिले में जल संरक्षण के लिए एक विस्तृत वैज्ञानिक योजना विकसित करने के लिए आईआईटी आईएसएम के एचओडी पर्यावरण डॉ. अंशुमाली ने संस्थान के प्रोफेसर रिया दत्ता एवं प्रोफेसर टीनेश पठानिया ने पीपीटी के माध्यम से जल संरक्षण और संचयन को लेकर तैयार किए गए प्लान दिखाए गए।
आयुष मंत्रालय के संयुक्त सचिव राहुल शर्मा ने जिला के विभिन्न विभागों द्वारा जल शक्ति अभियान के तहत किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने विभागवार पदाधिकारियों से जल संरक्षण को लेकर किए गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन करना, गणना, भू-टैगिंग और सभी की सूची बनाना, इसके आधार पर जल संरक्षण की वैज्ञानिक योजना तैयार करना, सभी जिलों में जल शक्ति केन्द्रों की स्थापना करना, सघन वनीकरण करना और जागरुकता सृजन करना है। इस अभियान में अतिरिक्त गतिविधियों/उपहस्तक्षेपों को शामिल किया गया है। हस्तक्षेप ‘जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन’ के तहत जिसमें स्प्रिंग शेड प्रबंधन, जलग्रहण क्षेत्रों की सुरक्षा और ‘अमृत सरोवर’ का निर्माण/नवीकरण शामिल है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के साथ आईएसएम धनबाद भी इस अभियान में साथ आई है। जिसकी मदद से हम वैज्ञानिक तौर पर भी जल शक्ति अभियान को सफल बना सकते हैं।
राहुल शर्मा ने जल शक्ति केंद्र के स्थापना हेतु उपायुक्त को स्थान चिन्हित करने को निर्देशित किया। उन्होंने उपायुक्त से जिले में जल के स्रोत की जानकारी ली। उन्होंने कहा 2021 से इस अभियान का थीम वर्षा का पानी बचाने को लेकर है इस वर्ष का थीम भी “कैच द रेन” बारिश के पानी पर ही है।
उन्होंने कहा कि धनबाद जिले में इस अभियान के तहत बहुत सारे कार्य हुए हैं लेकिन जो आंकड़े हैं वह कम है। इसका मुख्य कारण जियो टैगिंग ना करना और पोर्टल पर डाटा अपडेट ना करना है। इसको लेकर उन्होंने सभी विभाग के पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि जितने भी कार्य इस योजना के तहत हो रहे हैं उसकी जियो टैगिंग और पोर्टल पर डाटा अवश्य अपलोड करें। ताकि जितने कार्य हो रहे हैं उसकी जानकारी मिल सके। साथ ही उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को उनके क्षेत्र में हुए बोरिंग की डाटा उपलब्ध कराने को निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि इस अभियान में केवल जिला प्रशासन या आईएसएम के कार्य करने से अभियान सफल नहीं होगा। जब तक इस अभियान में आम लोगों की भारी भागीदारी सुनिश्चित नहीं होगी तब तक यह कार्य मुश्किल है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा गांव-गांव तक लोगों तक पहुंचकर इस अभियान के बारे में जानकारी दें एवं लोगों को इस अभियान में जोड़ें। उन्होंने वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालीवाल को ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने सभी विभागों के पदाधिकारियों को मॉनसून आने से पूर्व कार्य समाप्त करने को कहा।
उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि जिले में जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन को लेकर बहुत सारे कार्य हो रहे हैं। जिनके नतीजे आने वाले समय में अवश्य दिखेंगे। उन्होंने बताया की लक्ष्य के अनुरूप जिले में कुल 75 अमृत सरोवर का निर्माण पूरा हो चुका है। इसके अलावा डीएमएफटी से भी 22 अन्य अमृत सरोवर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत जल संरक्षण और वर्षा जल संचयन, पारंपरिक और अन्य जल निकायों का नवीनीकरण, जल का पुन: उपयोग और संरचनाओं का पुनर्भरण, वाटरशेड विकास और सघन वनीकरण का कार्य किया जा रहा है।
बैठक में उपायुक्त संदीप सिंह, उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, वन्य प्रमंडल पदाधिकारी विकास पालीवाल, टेक्निकल ऑफिसर सत्येंद्र कुमार, डायरेक्टर डीआरडीए मुमताज अली अहमद, अपर समाहर्ता नंदकिशोर गुप्ता, जिला योजना पदाधिकारी महेश भगत, नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार, डीएमएफटी से रश्मि सिंह, सैफ अली समेत कई विभागों के पदाधिकारी, बीडीओ एवं आईएसएम धनबाद की टीम मौजूद रही।