भूमिगत जलस्तर की निगरानी के लिए बोरिंग

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डीजे न्यूज,
लोयाबाद, धनबाद : सिजुआ क्षेत्र के सेंद्रा बांसजोडा कोलियरी के छः नंबर पिट के पास शुक्रवार को भूमिगत जलस्तर की मोनेटरिंग करने के लिए पर्यावरण विभाग द्वारा बोरिंग कराई गई। गैलेरी मिल जाने के कारण यह योजना सफल नहीं हो सकी। बीसीसीएल के पर्यावरण विभाग के द्वारा कोलियरी क्षेत्रों में बोरिंग कर भूमिगत जल स्तर का पता लगाया जा रहा है। देखा जा रहा है कि खदान के चलने से जलस्तर पर क्या असर पड़ा है। एक साल के बाद उक्त जगहों पर फिर बोरिंग कर के जलस्तर की स्थिति को देखा जाएगा। जलस्तर बढ़ा है या घटा है। पर्यावरण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बीसीसीएल प्रबंधन भविष्य में भूमिगत जलस्तर का उपयोग करने की योजना पर अमल कर रही है। हो सकता है कि भूमिगत जलस्तर ठीक रहा तो कोलियरी क्षेत्रों में व्याप्त जल समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए बड़ी योजना जमीन पर उतार सकती है। अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में इस जल का उपयोग किया जा सकता है। पर्यावरण विभाग के उप मुख्य प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि इस तरह की योजना बीसीसीएल क्षेत्र के 23 जगहों पर चल रही है। बोरिंग के माध्यम से जलस्तर की स्थिति का पता लगाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए एक एप भी बनाया जाएगा जहां यह सारी जानकारियां उपलब्ध होगी। बांसजोडा में गैलेरी मिल जाने कारण बोरिंग को बंद कर देना पड़ा ।

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