बोकारो के प्रवासी मजदूर की उड़िसा में सड़क दुर्घटना में मौत
डीजे न्यूज, बोकारो : प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी क्रम में बोकारो जिले के पेंक नावाडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत मुंगो के गुंजरडीह के मजदूर की उडिसा में रविवार सुबह को सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी।मिली जानकारी के अनुसार मृतक नावाडीह थाना क्षेत्र अंतर्गत मुंगो के गुंजरडीह के स्वर्गीय प्रसादी महतो के 38 वर्षीय पुत्र संतोष महतो हैं। मौत की सूचना मिलते ही परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल है तो वहीं गांव में शोक का माहौल हैं। मृतक संतोष महतो उडिसा में ट्रक ड्राइवर के रूप में कार्यरत था।संतोष महतो एक सप्ताह पूर्व ही घर से उडिसा गया था। वह घर का एकलौता कमाऊ व्यक्ति था। मृतक अपने पीछे पत्नी मीना देवी, पुत्री सीमा कुमारी (17) और पुत्र विवेक कुमार (15) को छोड़ गया। इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई लोगों की मौत हो चुकी है। रोजी-रोटी की तलाश में परदेस गये प्रवासी झारखंडी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है। हर रोज झारखंड के किसी न किसी इलाके से प्रवासी मजदूर की दूसरे राज्यों या विदेश में मौत की खबरें आ रही है। प्रवासी मजदूरों की सबसे ज्यादा तादाद बोकारो, गिरिडीह और हजारीबाग जिले से रोजी कमाने गये लोगों की है। अपना घर छोड़कर परदेस गये इन मजदूरों की जिंदगी तो कष्ट में बीतती ही है, मौत के बाद भी उनकी रूह को चैन नसीब नहीं होता है।किसी की लाश हफ्ते भर बाद आती है, तो किसी को ढाई से तीन महीने भी लग जाते हैं। ऐसे में सरकार को रोज़गार के ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि मजदूरो का पलायन रोका जा सके।