भाजपा ने लिया हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प
डीजे न्यूज, हजारीबाग :
प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की यहां हुई बैठक में सूबे की हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया है। प्रदेश भाजपा
अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने इसके लिए बैठक में भाजपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संकल्प दिलाया कि वे राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखे और नकेल कसें। ऐलान कियस कि जब तक हेमंत सरकार को सत्ता से बाहर नहीं करेंगे, तब तक चैन की नींद नहीं सोएंगे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी समेत कार्यसमिति के सभी सदस्य मौजूद थे।
उद्घाटन सत्र में दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता होने के नाते हमारा लक्ष्य हमेशा आगे बढ़ना है। संघर्ष करना है, तब तक विराम नहीं लेना है जब तक लक्ष्य नहीं प्राप्त कर लें। आज राज्य की जो स्थिति है, वैसी पहले कभी नहीं थी। मधु कोड़ की सरकार के कार्यकाल से भी अधिक भ्रष्टाचार आज देखने को मिल रहा है। अब तो हद हो गई है, मुख्यमंत्री स्वयं अपने नाम पर पत्थर की लीज ले रहे हैं, उनके भाई ने भी लीज लेने का काम किया। उनकी साली और पत्नी ने भी इंडस्ट्रियल एरिया में जमीन लेने का काम किया। अति तो तब हो गई जब उनके प्रेस सलाहकार और विधायक प्रतिनिधि ने भी लीज ली। भाजपा के एक-एक कार्यकर्ताओं ने इस मामले उठाया। इसी का परिणाम है कि चुनाव आयोग में आज यह मामले लंबित हैं। बहुत जल्द चुनाव आयोग का निर्णय भी सामने आएगा। आपराधिक आंकड़ों का हवाला देते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि वर्तमान सरकार के 27 माह के कार्यकाल में 4153 लोगों की हत्या हुई। 3741 बहनों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं और 766 नक्सली घटनाएं घटीं। राज्य की स्थिति भयावह है।
कार्यकर्ताओं को टास्क सौंपते हुए कहा कि आप जिस क्षेत्र, टोले या मुहल्ले से आते हैं वहां संघर्ष जारी रखे। उन्होंने कार्यकर्ताओं की जवाबदेही तय करते हुए कहा कि हर कार्यकर्ता यहां होने वाले संवाद को नीचे तक पहुंचाए। यह भी कहा कि हर कार्यकर्ता को अपना सेल्फ एसेसमेंट करना है कि पार्टी के लिए हमने कितना किया।
दीपक प्रकाश ने कहा कि आदिवासी हितों की बात करने वाली इस सरकार ने सबसे ज्यादा आदिवासियों को ही छला है। कहा, आइएएस पूजा सिंघल के पास से जो नकद मिला वो किसका पैसा था। वो वो झारखंड के आदिवासियों के हितों के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे थे, जिसको हड़पने का काम किया गया। कहा, सरकार में बैठे लोगों ने साहिबगंज के पहाड़ों को सफाचट्ट कर दिया। इसका श्रेय हेमंत सोरेन को जाता है। आदिवासियों को विस्थापित करने का काम भी हेमंत सोरेन ने किया। आदिवासी-मूलवासी के हित की बात करते हैं लेकिन इनके इर्द-गिर्द कोई भी आदिवासी नहीं है।